शिरपूर (तेज़ समाचार के लिए वाहिद ककर ): स्वतंत्रता के 70 साल बाद भी मौलिक सुविधाओं से वंचित लेकिन कुदरती सौंदर्य से संपन्न सुंदर गाँव थुवानपानी तहसील शिरपूर मे पलासनेर केंद्र की ‘शिक्षण परिषद’ संपन्न हुई । जिसके लिये शिक्षा विस्तार अधिकारी, केंद्र प्रमुख ,शिक्षक सभी करीब 2-3 किमी. गुऱ्हाडपानी से पैदल चलके थुवानपानी पहुँचे! जहाँ स्थानिय आदिवासियोंने ढोल बजाके अनोखा स्वागत किया ।
शिरपूर तहसिल का ऐसा गाँव जहाँ आज भी रास्ता, बिजली जैसी मौलिक सुविधाओं से वंचित इस छोटे से आदिवासी गाँव मे आज तक ना सरकारी बस आई है ।न ही अगले बीस सालों मे आने की आशा है ।फिर भी आथियों का गाँव वालों और छात्राओं ने स्वागत किया। यहाँ की स्कूल सब कुछ लाजवाब होने की बात परिषद मे हिस्सा लेने वाले शिक्षकों ने बताई यहाँ आये शिक्षकों को देख गाँव वाले अचंभित हो गये क्योंकि इस गाँव मे इतनी बडी संख्या मे सूटबूट पहने पढे लिखे लोग आनेकी यह पहली घडी थी । कार्यक्रम की अध्यक्षा वि. अ. डॉ. नीता सोनवने नेअपने मार्गदर्शन मे बच्चों पर प्रेम करो बच्चे ही हमारा जीवन है, देश का भविष्य है और उन पर प्रेम करने से अपने आप बच्चों को शिक्षा के प्रती लगन लगने की बात कही ।वहीं केंद्रप्रमुख किशोर भदाणे ने शैक्षिक मार्गदर्शन किया इस वक्त डॉ, नीता सोनवने, किशोर भदाणे, अमरसिंग पावरा, कृष्णा फड, अनिल कोली, बादल पटले, रतिलाल पावरा,विनायक पालवे आदी शिक्षक, पो. पाटील बाट्या पावरा, गुलामसिंग पावरा आदी उपस्थित थे ।
