पुणे (तेज सामचार डेस्क). आत्महत्या के लिए मजबूर करने के मामले में पूर्व उपमहापौर और राष्ट्रवादी कांग्रेस के नेता दीपक मानकर की गिरफ्तारी पूर्व जमानत याचिका न्यायालय ने खारिज कर दी है. इस कारण अब मानकर की कभी भी गिरफ्तारी हो सकती है.
ज्ञात हो कि दीपक मानकर के यहां कार्यरत जितेंद्र जगताप ने शनिवार ट्रेन के सामने कूद कर आत्महत्या कर ली थी. आत्महत्या के पूर्व जगताप ने पत्र लिख कर अपनी आत्महत्या के लिए दीपक मानकर सहित 6 लोगों को दोषी माना है. इस पत्र के मिलने के बाद दीपक मानकर, बिल्डर सुधीर कर्नाटकी सहित 5 लोगों पर रेलवे पुलिस थाने में मामला दर्ज किया गया. इसके बाद यह मामला समर्थ पुलिस को सौंप दिया गया.
दूसरी ओर मानकर ने पुलिस आयुक्त और विश्रामबाग पुलिस को दिए एक पत्र में अपना पक्ष स्पष्ट करते हुए कहा है कि मृतक जितेंद्र जगताप उनसे अक्सर पैसों की मांग करता था और पैसे न देने पर आत्महत्या की धमकी भी देता था. इसके बाद उसने शनिवार की दोपहर हडपसर रेलवे स्टेशन के पास आत्महत्या कर ली.
– इनकी हो चुकी गिरफ्तारी
इस बीच समर्थ पुलिस ने मृतक जितेंद्र जगताप के सुसाइड नोट में उल्लेखित सुधीर सुतार (30), विनोद भोले (34), अमित तनपुरे (28), विशांत कांबले (30) और अतुल पवार (36) को गिरफ्तार कर लिया है. लेकिन दीपक मानकर ने गिरफ्तारी पूर्व जमानत याचिका दायर करने के कारण उन्हें गिरफ्तार नहीं किया गया था. लेकिन मानकर की याचिका खारिज होने के बाद अब कभी भी उनकी गिरफ्तारी होने की आशंका व्यक्त की जा रही है.