लंदन (तेज समाचार डेस्क). महान भौतिक वैज्ञानिक 76 वर्षीय स्टीफन हॉकिंग ने बुधवार को इस संसार को विदा कह दिया. दुनिया से रुखसत होने के लिए स्टीफन हॉकिंग ने महान वैज्ञानिक अल्बर्ट आइन्स्टिन का जन्म दिन चुना. ज्ञात हो कि 14 मार्च को ही पूरी दुनिया महान वैज्ञानिक अल्बर्ट आइन्स्टिन का जन्म दिन मना रही थी, तभी दूसरे भौतिक वैज्ञानिक स्टीफन हॉकिंग की मौत से पूरी दुनिया में शोक की लहर छा गई. कैम्ब्रिज में अपने ही घर पर स्टीफन ने अंतिम सांस ली.
इस दुखद घटना की जानकारी उनके परिवार ने बुधवार को एक बयान जारी करके दी. हॉकिंग के जाने से उनके बच्चों लूसी, रॉबर्ट और टिम को काफी सदमा पहुंचा है. उन्होंने अपना दर्द बयां करते हुए कहा कि हम अपने पिता के जाने से बेहद दुखी हैं.
स्टीफन हॉकिंग की उपलब्धियों से तो सभी वाकिफ हैं. वे एक ऐसी जानी मानी हस्ती थे जिनका नाम हर कोई जानता था. इन्होंने ब्लैक होल और बिग बैंग सिद्धांत को समझने में साइंटिस्टों की काफी मदद की थी. उनके पास 12 मानद डिग्रियां हैं. हॉकिंग एक ऐसे निपुण वैज्ञानिक थे, जिनके कार्य को देखते हुए अमेरिका का सबसे उच्च नागरिक सम्मान उन्हें प्रदान किया गया.
– सिर्फ दिमाग ही काम कर रहा था स्टीफन का
आपको बता दें स्टीफन हॉकिंग के दिमाग को छोड़कर उनके शरीर का कोई भी हिस्सा काम नहीं करता था. स्टीफन हॉकिंग को एक दुर्लभ बीमारी amyotrophic lateral sclerosis (ALS) थी. जिसके कारण उनके दिमाग को छोड़ कर उनके शरीर का कोई भी अंग काम नहीं करता था. उन्होंने द ग्रैंड डिजाइन, यूनिवर्स इन नटशेल, माई ब्रीफ हिस्ट्री, द थ्योरी ऑफ एवरीथिंग जैसी कई महत्वपूर्ण किताबें लिखी हैं.
– ALS नामक दुर्लभ बीमारी से पीड़ित थे स्टीफन
स्टीफन हॉकिंग एक दुर्लभ बीमारी amyotrophic lateral sclerosis (ALS) से ग्रसित थे. इस बीमारी की वजह से ही उनके शरीर ने धीरे-धीरे काम करना बंद कर दिया था. हॉकिंग जब ऑक्सफर्ड में फाइनल ईयर की पढ़ाई कर रहे थे, तभी उन्हें सीढ़ियां चढ़ने में कठिनाइयों का समाना करना पड़ा. धीरे-धीरे यह समस्याएं इतनी बढ़ गईं कि उनकी बोली लड़खड़ाने लगी. ALS के कारण मरीज की मृत्यु हो जाती है. स्टीफन को 21 साल की उम्र में ही यह बीमारी हो गई थी. उस समय, डॉक्टरों ने कहा कि स्टीफन हॉकिंग दो साल से ज्यादा नहीं जी पाएंगे और उनकी जल्द ही मृत्यु हो जाएगी. लेकिन सिर्फ अपनी इच्छाशक्ति के बल पर स्टीफन ने अपना पूरा जीवन जीया और दुनिया को यह संदेश दिया कि जीवन बहुत ही सुन्दर है. समस्याएं आती रहती है, लेकिन यदि हम अपनी इच्छाशक्ति को मजबूत रखेंगे, तो हम दुनिया पर राज कर सकते है.