लातूर (तेज़ समाचार प्रतिनिधि):महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फड़णवीस 25 मई को लातूर के निलंगा में कई प्रोग्राम्स में हिस्सा लेने गए थे। मुंबई के लिए उड़ान भरने के साथ ही उनके हेलिकॉप्टर का बैलेंस बिगड़ गया और उसकी क्रैश लैंडिंग करानी पड़ी। इस दौरान हेलिकॉप्टर हाईटेंशन लाइन को भी छू गया। गनीमत यह रही कि, उस टाइम गांव में लोड शेडिंग चल रहा था। इससे बड़ा हादसा टला था। हादसे के वक्त हेलिकॉप्टर में 2 क्रू मेंबर समेत 6 लोग थे। सभी सुरक्षित बाहर निकले।इस हादसे की जांच एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टीगेशन ब्यूरो (AIB) सिविल एविएशन मिनिस्ट्री के तहत कर रहा थाब्यूरो देश में एयरक्राफ्ट के गंभीर हादसों की जांच करता है। गुरूवार को ब्यूरो हादसे की रिपोर्ट जारी की।
क्या थी पायलट की गलती
रिपोर्ट के मुताबिक 25 मई को निलंगा में टेंपरेचर ज्यादा था, वहीं हेलिकाॅप्टर में क्षमता से अधिक वजन भी था। ज्यादा टेंपेंरचर में ज्यादा वजन के साथ उडान नहीं भरी जाती यह बात पायलट के ध्यान में नहीं आई। ज्यादा वजन की वजन की वजह से यह उडान टालनी चाहिए थी, लेकिन पायलट ने नियमों को ध्यान में नहीं लिया।
जिस हेलिकॉप्टर में हादसा हुआ, उसमें दो टर्बो इंजन और 4 ब्लेड वाले इस हेलिकॉप्टर को अमेरिकी कंपनी ने बनाया था।2 क्रू मेंबर और 13 पैसेंजर बैठ सकते हैं। हादसे के वक्त 2 क्रू मेंबर समेत 6 लोग थे।