पुणे. पुणे जिलाधिकारी कार्यालय की नई व अत्याधुनिक इमारत बन कर तैयार है. इस कार्यालय से अब जनहित के कामों को और अच्छे तरीके से किया जाएगा और कामों को गति मिलेगी. आम नागरिकों के प्रति संवेदनशीलता बरती जानी चाहिए और नई कार्यसंस्कृति का निर्माण किया जाना चाहिए. यह प्रतिपादन मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने किया.
शनिवार को मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी कार्यालय की नई इमारत का उद्घाटन किया. इस समय राजस्वमंत्री चंद्रकांत पाटिल, पालकमंत्री गिरीश बापट, सामाजिक न्याय राज्यमंत्री दिलीप कांबले, महापौर मुक्ता तिलक, पिंपरी चिंचवड के महापौर नितीन कालजे, सांसद शिवाजीराव आढलराव-पाटील, सांसद श्रीरंग बारणे, सांसद अनिल शिरोले, विधायक सर्वश्री भीमराव तापकीर, योगेश टिलेकर, जगदीश मुलीक, राहुल कुल, मेधा कुलकर्णी, विभागीय आयुक्त चंद्रकांत दलवी, सार्वजनिक निर्माण कार्य विभागीय मुख्य अभियंता प्रवीण किडे, जिलाधिकारी सौरभ राव, सार्वजनिक निर्माणकार्य विभाग के अधीक्षक अभियंता राजेंद्र राहणे उपस्थित थे.
देवेंद्र फडणवीस ने आगे कहा कि पुणे जिलाधिकारी कार्यालय की इमारत अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित. सार्वजनिक निर्माणकार्य विभागा ने इस इमारत को पूरी शिद्दत के साथ निर्माण किया है. सीएम ने कहा कि राज्य में निर्माण होनेवाली प्रत्येक सरकारी इमारत का निर्माण कार्य कार्पोरेट तरीके से किया जा रहा है. नई इमारत में प्रवेश करना प्रगति का लक्षण है. वर्तमान में पुणे जिले की चौतरफा प्रगति हो रही है. सिर्फ इन कामों को यदि थोड़ी और गति मिले, तो पुणे प्रगति की दिशा में तेजी से कदम बढ़ा सकता है. पुणे के विभागीय आयुक्त द्वारा चलाए जा रहे जीरो पेंडेन्सी उपक्रम की भी प्रशंसा इस समय मुख्यमंत्री ने की.
पुणे के विभागीय आयुक्त चंद्रकांत दलवी जब पुणे के जिलाधिकारी थे, तब इस इमारत की रूपरेखा तैयार की गई थी. तत्कालीन जिलाधिकारी विकास देशमुख के कार्यकाल में भी इस इमातर के लिए संघर्षपूर्ण प्रयास किए गए थ. करीब 4 साल में इस 5 मंजिला इमारत का निर्माण कार्य कुल 164 करोड़ की लागत से पूर्ण हो सका.
– नई इमारत की विशेषताएं
- ए, बी, सी इन तीन विंग्स वाली इस इमारत का निर्माण १८४४५ वर्ग मीटर में किया गया है.
- इस इमातर को केंद्र की ‘ग्रीहा’ संस्था की ओर से ‘ग्रीन बिल्डिंग’ का दर्जा दिया गया है.
- इमारत में बैठक, परिषद और वीडियो कॉन्फरेस के लिए 4 भव्य हॉल बनाए गए है.
- इस इमारत में १८५ किलोवॉट क्षमता का सौर ऊर्जा प्रकल्प है.
- इस इमातर में 6 लिफ्ट व ९४ सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं. पर्यावरणपूरक
इस इमारत की विशेषता यह है कि यहां भरपूर प्राकृतिक प्रकाश है, इस कारण बिजली की आवश्यकता यहां न के बराबर होगी.