धुलिया. महापौर कल्पना महाले के प्रयासों से शहर में 135 करोड़ की भूमिगत गटर परियोजना को मंजूरी प्रदान हुई है. जिसकी घोषणा मुबई स्थित मंत्रालय में एक बैठक में की गई है. महापौर कल्पना महाले के अथक प्रयासों से शहर में भूमिगत गटर परियोजना के लिए राज्य शासन ने मंत्रयाल में आयोजित एक बैठक में 135 करोड़ रुपये की भूमि गत नाली निर्माण परियोजना को मान्यता दी है. प्रथम चरण में देवपुर से कार्ये आरभ किया जाएगा इस प्रकार की महापौर कल्पना महाले ने बताया है. अमृत योजना के अंतर्गत शहर को विकसित. करने हेतु धुलिया महानगर पालिका प्रशासन ने शहर की भूमिगत गटर निर्माण कार्य परियोजना हेतु राज्य शासन को 245 करोड़ रुपये का प्रस्ताव भेजा गया था. जिसकी कागज़ी पूर्ति महापौर कल्पना महाले तथा मनपा आयुक्त सुधाकर देशमुख ने की मुम्बई स्थित मंत्रयाल में राज्य के मुख्य सचिव मालिक नगर विकास मुख्य सचिव मनीषा मेहस्कर अन्य अधिकारियों की उपस्थिति में बैठक आयोजित की गई. जिसमें महापौर कल्पना महाले तथा मनपा आयुक्त देशमुख ने भूमिगत गटर परियोजना का महत्व राज्य सरकार के अधिकारियों को बताया जिसमें प्रथम चरण में देवपुर परिसर के कार्ये आरंभ किया जाएगा जिसमें नदी के दोनों पात्रों के किनारे मेन स्वेवरेज कनेक्टिविटी, 35 एमएलडी व 17 एमएलडी के फिल्डरेशन प्लांट निर्माण कार्य पूर्ण करना है और नगर की भूमिगत मैन लाइन कनेक्टिविटी कार्ये करना है इस प्रकार भूमिगत गटर परियोजना का कार्ये मंजूर किया गया है. मुंबई स्थित मंत्रालय मिटिंग मे मनपा मुख्य अभियंता कैलाश शिंदे , नगर सेवक चंद्रकांत सोनार , संदीप महाले , सुनील महाले , विजय देवकर आदि उपस्थित थे . महापौर कल्पना महाले ने भूमिगत गटर परियोजना को शहर के विकास के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण बताया है . जिसके कारण शहर का चहेरा मोहरा बदलने तथा विकास कार्यों में गाति प्राप्त होंगी.