धुलिया (तेज़ समाचार प्रतिनिधि ):धुलिया जिले में प्रशासनिक स्तर पर खरीफ सत्र की तैयारियां शुरू हो गई है. इस बार जिले भर से करीब तीन लाख मीट्रिक टन रासायनिक खाद की मांग उठी है. यहां सरकार ने दो लाख 27 हजार मीट्रिक टन खाद को मंजूरी दी है. इनमें से 25 हजार मीट्रिक टन रासायनिक खाद फिलहाल उपलब्ध होने की पुष्टि सरकारी सत्रों ने की, हर वर्ष की तरह इस बार भी मानसून का आगमन अगले एक सप्ताह में होने की उम्मीद है. परिसर के किसान जहां अपने खेतों में बुआई पूर्व के काम निपटा चुके हैं, वहीं रासायनिक खाद की आपूर्ति के लिए प्रशासन भी अपने स्तर पर कमर कस चुका है.
सूत्रों ने बताया कि धुलिया जिले में रासायनिक खाद की खपत 18 लाख 7682 मीट्रिक टन होती है. रबी सत्र की तीन लाख 733 मीट्रिक टन खाद फिलहाल बची हुई है. कृषि विभाग ने इस साल रासायनिक खाद की जरूरत को लेकर तहसीलवार आंकड़े मंगवाए थे. तद्नुसार, पता चला है कि इस बार तीन लाख 4 740 मीट्रिक टन खाद की आवश्यकता पड़ेगी। । सूत्रों के मुताबिक शासन ने धुलिया जिले में रासायनिक खाद के इस्तेमाल का औसत ध्यान में रखते हुए मौजूद खरीफ सत्र के लिए 22 लाख 7300 मीट्रिक टन खाद आपूर्ति को मंजूरी दी है. इनमें से दो लाख 5260 मीट्रिक टन खाद की आपूर्ति हो गई हैं तथा जिले में छह लाख 2293 मीट्रिक टन खाद उपलब्ध है. सरकार की ओर से मंजूर यूरिया 99900 मीट्रिक टन, डीएपी 17790, एसएसपी/टीएसपी 26779, एमओपी 12301 सहित कुल संयुक्त खाद 71240 मीट्रिक टन है. कृषि । विभाग के अधिकारियों ने किसानों को यकीन दिलाया है कि पिछले चार वर्षों से खाद की कमी कभी भी महसूस नहीं हुई है. इस बार भी खरीफ सत्र में रासायनिक खाद पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध रहेगी.