नई दिल्ली – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को नई दिल्ली के मेजर ध्यान चंद नेशनल स्टेडियम (एमडीसीएनएस) से रन फॉर रियो’ को हरी झंडी दिखाई। इस दौड़ को देश में ओलंपिक की भावना और समूचे राष्ट्र को ओलंपिक के रंग में रंगने की खुशी मनाने के लिए इंडिया गेट से लोधी रोड स्थित जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम (जेएनएस) के लिए रवाना किया गया। रियो ओलंपिक में भाग लेने वाले भारतीय एथलीटों को यह दर्शाने के लिए कि पूरे देश को उन पर गर्व है और उन्हें आगामी प्रतियोगिताओं के लिए शुभकामना देने के लिए हजारों स्कूली बच्चों और युवाओं ने पांच किलोमीटर की रियो दौड़ में भाग लिया। प्रधानमंत्री ने भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) की पुस्तक “भारतीय ओलंपिक का सफर” का भी विमोचन किया। इसमें भविष्य में देश की ओलंपिक उपलब्धियों और तैयारियों के बारे में दिलचस्प जानकारी है। नेशनल स्टेडियम में ‘रन फॉर रियो’ को हरी झंडी दिखाने से पहले श्री नरेंद्र मोदी ने हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद की प्रतिमा पर पुष्पांजलि दी। लोगों को व्यापक स्तर पर विशेषकर बच्चों और युवाओं को ओलंपिक की भावना और खेलों की शक्ति से जोड़ने के लिए “रन फॉर रियो” का आयोजन खेल और युवा मामले मंत्रालय द्वारा किया गया था। रियो खेलों मे भारत अब तक का अपना सबसे बड़ा 119 एथलीटों का दल भेज रहा है। युवा मामले और खेल राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री विजय गोयल ने अपने संबोधन में इस दौड़ को रवाना करने का आमंत्रण स्वीकार करने के लिए प्रधानमंत्री को धन्यवाद दिया और और कहा कि उनका मंत्रालय श्री नरेन्द्र मोदी के समग्र मार्गदर्शन में देश में खेलों को विशेष रूप से ग्रामीण और दूरदराज के क्षेत्रों में बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है । उन्होंने कहा कि रियो जाने वाले दल में ग्रामीण पृष्ठभूमि और देश के उत्तर-पूर्वी क्षेत्र से 80 प्रतिशत एथलीट शामिल हैं। उन्होंने कहा कि विशेषकर स्वदेशी खेलों और लोकप्रिय खेलों में जमीनी स्तर पर खेल और खिलाड़ियों को बढ़ावा देने के लिए सुविधाएं प्रदान करने और खेल के बुनियादी ढांचे पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।