जामनेर (नरेंद्र इंगले):अप्रैल 6 को निगम के लिए मतदान होना है . पारदर्शी चुनाव के लिए निर्वाचन आयोग द्वारा 9 मार्च से आदर्श आचारसंहिता को अमल मे लाया जाएगा . निर्धारीत कार्यक्रम तहत 12 मार्च से कुल 12 वार्ड के 24 और लोकनियुक्त नगराध्यक्षा की एक सिट के लिए नामांकन दायर कीए जायेंगे . 26 मार्च को नामांकन वापसी के बाद 28 मार्च से 4 अप्रैल तक सभी राजनीतीक दलो द्वारा प्रचार अभियान चलेगा . 6 अप्रैल को शहर के 38 हजार वोटर अपने मताधिकार का प्रयोग कर प्रत्याशीयो और प्रतिभाशालीयो के साख का फ़ैसला करेंगे . 7 मार्च को नतीजे सार्वजनीक होंगे . इन सभी चरणो के दौरान अंतीम चरण मे सफलता प्राप्त करने कि दिशा मे विकास के दम पर मेगा कैम्पेन मे अव्वल रहि भाजपा कि रफ्तार ने मानो विपक्ष को कैम्पेन मे समाहित हि कर दिया हो . कल तक अनारक्षित – ओबीसी नगराध्यक्ष्य पद के सिलसिले से उपजी अवैकल्पीक व्यवस्था से धन्नासेठो और प्रस्थापीतो कि आपसी लडायी मे लडे गए चुनावो के विपरीत इस चुनाव मे ओबीसी महिला अध्यक्षा की सिट के कारण धन्नासेठो – प्रस्थापीतो के पुराने पैंतरो कि जगह सामाजिक मसावात कि पहल ने मानो इस चुनाव मे जमीन तलाश ली है .
भाजपा कि ओर से मंत्रीजी कि पत्नी श्रीमती साधना महाजन के खिलाफ विपक्ष ने माली समाज कि प्रो श्रीमती अंजलि उत्तम पवार को उतारने का ऐलान किया है , जिसके बाद से विपक्ष मे अब तक घोर सन्नाटा कायम है . नगर का अब तक का चुनावी इतिहास किसी के निर्वीवाद वर्चस्व को एकतर्फा स्विकारने वाला नहि रहा है , ऐसे मे सामाजिक न्याय के इत्तेहाद को कायम करने का अवसर प्रदान करते इस चुनाव कि रोचकता अध्यक्ष पद के लिये श्रीमती पवार के रुचीप्रियता से अपने आप मे बढ गयी है . सिंचायी मंत्री गिरीश महाजन के कार्यकाल मे चलाये जा रहे विकास कार्यो से नगर के बदलते स्वरुप कि श्रुंखला बरकरार रखने की चाह रखनेवाले वोटर्स मे दोहरी मानसिकता तहत सोशल जस्टिस का विषय भी परखा जाने लगा है . चुनाव कि रोचकता का यहि वह पैमाना है जिसे तय कर पाना आम मतदाताओ मे जटीलसा दिखायी पड रहा है . वार्ड मे सभी दलो के ईच्छूको ने जनसंपर्क आरंभ कर दिया है , इस के अलावा यह स्पष्ट है कि जमीनी स्तर पर फ़ैला सस्पेंस वाला अमनपरस्त माहौल 12 मार्च के बाद हि चुनावी रंग बिखेरेगा जिसका कौतूहल जनता मे देखा जा रहा है .