रेवाड़ी (तेज समाचार प्रतिनिधि). बीएसएफ में खराब खाने की शिकायत का वीडियो सोशल मिडिया पर वायरल होने के बाद सुर्ख़ियों में आए बीएसएफ के जवान तेज बहादुर यादव जब अपने घर रेवाड़ी पहुंचे, तो परिवार और पड़ोसियों ने उसका फूल मालाओं के साथ स्वागत किया. इस समय मीडिया से बात करते हुए तेज बहादुर ने कहा कि वह उनके साथ हुए अन्याय के खिलाऊ कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे. न्याय के लिए वह अपनी अंतिम सांस तक लड़ते रहेंगे.
ज्ञात हो कि तेज बहादुर यादव को बुधवार को सेना ने बर्खास्त कर दिया गया था. बर्खास्त होने के बाद रेवाड़ी पहुंचे तेज बहादुर यादव ने कहा की ये लड़ाई मेरी नहीं देश की लड़ाई है, जिसे वो आखिरी दम तक लड़ेंगे. उन्होंने कहा कि ख़राब खाने की शिकायत करने के बाद उसे मानसिक रूप से पड़ताड़ित भी किया गया था.
– प्रधानमंत्री मोदी से की मदद की गुजारिश
तेज बहादुर ने कहा कि मैंने कुछ गलत नहीं किया, लेकिन मुझे सजा मिली. सबूत देने के बावजूद भी मुझे बर्खास्त किया गया. उन्होंने कहा कि उसने मोदी सरकार से मदद की गुजारिश की है. अगर सरकार मदद नहीं करती है तो वे न्याय पाने के लिए कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे.
– अब कौन सी मां अपने बेटे को सेना भेजेगी : शर्मिला
बीएसएफ जवान तेज बहादुर को बर्खास्त करने से उनकी पत्नी शर्मिला ने अपना गुस्सा सोशल मीडिया के जरिए बयां किया है. शर्मिला ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो अपलोड कर कहा कि अगर सच्चाई सामने लाने का ये सिला दिया गया है, तो कौनसी मां अपने बच्चों को और कौन पत्नी अपने पति को सेना में भेज पाएगी. उन्होंने इस फैसले को गलत बताया और इस पर नाराजगी जाहिर की है.
– 9 जनवरी को वायरल किया था वीडियो
बता दें कि इस साल 9 जनवरी को बीएसएफ के एक जवान तेजबहादुर यादव ने वीडियो जारी करके सीमा पर जवानों की दयनीय स्थिति के बारे में देश का ध्यान खींचा था. इसमें तेजबहादुर यादव ने बीएसएफ के जवानों को खराब खाना परोसे जाने की शिकायत की थी. इस वीडियो के बाद अर्ध सैनिक बल के कई जवानों ने वीडियो जारी कर अफसरों द्वारा किए जाने वाले भेदभाव का मुद्दा उठाया था. फेसबुक पर पोस्ट किए गए विडियो में बीएसएफ जवान ने घटिया खाना दिए जाने और अफसरों के भ्रष्टाचार में लिप्त होने का आरोप लगाया था. वीडियो वायरल होने के बाद मामले ने तूल पकड़ लिया था.