पुणे (तेज समाचार प्रतिनिधि). मुंबई-पुणे एक्सप्रेस वे पर कामशेत सुरंग के पास मुंबई की ओर जा रही बस को पीछे से तेज रफ्तार आ रही कार ने जोरदार टक्कर मार दी. इस हादसे में कार के चालक सहित 3 लोगों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई, जबकि 6 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए. घायलों में से एक ही ही हालत काफी नाजुक बताई जा रही है. यह दुर्घटना दोपहर करीब साढ़े तीन बजे घटी.
जानकारी के अनुसार पुणे से मुंबई को जा रही नीता कंपनी की वोल्वो बस का कामशेत सुरंग के पास ऑइल लीक होने लगा और उसमें से धुंआ निकलने लगा. इस समय सुरंग की लाइट जाने से वहां काफी अंधेरा हो गया था. सुरंग में कुछ की साफ दिखाई नहीं दे रहा था. तभी पीछे से तेज गति से आ रही एक कार बस से निकलते धुंए को चीरती हुई बस से जा टकराई. इस हादसे में कार चालक सहित चार लोगों की मौत हो गई. मृतकों में दो महिलाएं भी शामिल है. वहीं एक छोटे बच्चे सहित दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गए.
हादसे के मृतक : भगिनी देशमुख (60), श्रद्धा निलेश पाटिल (19), दत्तात्रय देशमुख (63), कार चालक दीपक.
हादसे में घायल : रूपेश दत्तात्रय देशमुख (34, विरार मुंबई), संजय पाटिल (15), ओम देशमुख (2 वर्षे), राखी निलेश पाटिल (38), राहुल देशमुख, रुपाली देशमुख गंभीर रूप से घायल हो गए है.
दुर्घटना के बाद मुंबई की ओर जानेवाले मार्ग पर कुछ देर के लिए जाम लग गया था. काफी दूर तक वाहनों की लंबी कतार लग गई थी. सड़क विकास महामंडल के देवदूत पथक और आईआरबी के कर्मचारियों ने कार से मृतकों और घायलों को बाहर निकाला और अस्पताल पहुंचाया. इसके बाद क्रेन की सहायता से कार को सड़क से हटाया गया. बस से टपके ऑइल पर मिट्टी डालने के बाद यातायात को सुचारू किया गया.
– शराबी चालक ने ठोकी कार
पुराने पुणे-मुंबई हाइवे पर एम्पायर ईस्टेट के सामने शराब के नशे में धुत्त एक कार चालक का गाड़ी से नियंत्रण छूटने पर कार सीधे बीआरटी मार्ग पर लगे बैरिगेट से जाकर टकराई. यह घटना रविवार के तड़के लगभग ४ बजे घटित हुई. इस हादसे में वाहन चालक चिंतामणी म्हस्के (24) को भी गंभीर चोटें आयी है. बताया जाता है कि म्हस्के अपनी कार से मुंबई से पुणे की ओर आ रहा था. तभी चिंचवड के पास एम्पायर इस्टेट के सामने यह हादसा हो गया. यह घटना इतनी विचित्र थी की गाडी बीआरटी के लिए लगाई बैरिगेट के बीच जाकर अटक गयी. पुलिस मुताबिक हादसे के वक्त चिंतामणी शराब पी कर गाड़ी चला रहा था. गाडी की अवस्था देखने से लगता है कि इस हादसे में फंसे व्यक्ति का बचना मुश्किल लगता है लेकिन, सौभाग्य से चिंतामणि को कुछ नहीं हुआ और उसे सिर्फ कुछ चोंटे आई है.