- देवेंद्र फडणवीस ने किया लोकार्पण
- 6 गांवों के पुनर्वसन के लिए 3 करोड़
- आसानेगांव तालाब के लिए 14.77 करोड़
पुणे (तेज समाचार प्रतिनिधि). शासन, प्रशासन और जनता की संवेदनशीलता के बल पर मालिन का आदर्श पुनर्वसन हुआ है. मालिन पुनर्वसन का आदर्श मॉडेल साबित हुआ है और इसी पृष्ठभूमि पर राज्य के अन्य प्रकल्पग्रस्तों का पुनर्वसन किया जाएगा. इसके साथ ही राज्य सरकार भविष्य में भी मालिन के हर प्रकार के सहयोग के लिए वचनबद्ध है. यह प्रतिपादन मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मालिन पुनर्वसन प्रकल्प लोकार्पण समारोह में किया. इस समय राजस्व, मदद व पुनर्वसन मंत्री चंद्रकांत पाटिल, पालकमंत्री गिरीश बापट, ग्राम विकास मंत्री पंकजा मुंडे, आदिवासी विकास मंत्री विष्णू सावरा, सामाजिक न्यायमंत्री दिलीप कांबले, जलसंपदा राज्यमंत्री विजय शिवतारे, सांसद शिवाजीराव आढलराव-पाटिल, विधायक दिलीप वलसे-पाटिल, शरद सोनवणे, विभागीय आयुक्त एस. चोक्कलिंगम, जिलाधिकारी सौरभ राव, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी दौलत देसाई, मालिन की सरपंच हौसाबाई आसवले, उपसरपंच तुकाराम चिमटे उपस्थित थे.
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने आगे कहा कि दुर्घटना यह शब्द ही अपने आप में काफी भयानक और विभत्स है. लेकिन दुर्घटना के बाद शासन, प्रशासन और समाज एकसाथ आता है. इन सभी के सहयोग से दुर्घटना के पीड़ितों के दु:ख की तीव्रता कम होती है. मालिन के बारे में भी ऐसा ही हुआ है. मालिन के पुनर्वसन के समय भी शासन के साथ ही प्रशासन ने भी पूरी संवेदना से काम किया. इसी कारण आज हम सभी यहां एक नया मालिन देख रहे हैं. शासन के साथ ही समाज के अन्य घटक साथ आने से मालिन के पुनर्वसन की प्रक्रीया शुरू हुई. प्रशासन ने भी मालिन के पुनर्वसन के समय जनसंवाद को ज्यादा महत्व दिया. इसी कारण यहां के लोगों की मर्जी के अनुसार ही यहां का पुनर्वसन संभव हुआ है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी भी पुनर्वसन की प्रक्रिया वहां के पीड़ितों के लिए काफी परेशानी भरी होती है. पुरानी जगहों से हमारी यादें जुड़ी हुई होती है. इस कारण पुनर्वसन करते समय उन बातों का भी ध्यान रखना जरूरी होता है. इसके लिए शासन को प्रशासन और जनता का साथ मिलना जरूरी होता है. क्योंकि प्रजातंत्र में भावनाओं को महत्व देना सबसे जरूरी होता है. जन प्रतिनिधियों के साथ ही प्रशासन भी जब संवेदनाओं के साथ काम करें, तो हमारा प्रजातंत्र और भी मजबूत होगा.
मुख्यमंत्री ने कहा कि मालिन के साथ ही परिसर के धोकादायक 6 गांवों की रूपरेखा भी शासन ने तैयार की है और इसके लिए 3 करोड़ का निधि उपलब्ध कराया गया है. इसके साथ ही मालिन और परिसर के गांवों के पीने के पानी की आपूर्ति करनेवाले आसानेगांव तालाब के लिए १४ करोड़ ७७ लाख का निधि भी सरकार की ओर से दिया जाएगा. जलसंधारण को सरकार प्राथमिकता देगी.
– मुख्यमंत्री ने बच्चों को पिलाया पोलियो का डोज
इस समय सांसद शिवाजीराव आढलराव-पाटिल, विधायक दिलीप वलसे-पाटिल ने भी उपस्थितों को संबोधित किया. कार्यक्रम के आरंभ में जिला प्रशासन की ओर से बनाया गया मालिन पुनर्वसन की फिल्म भी दिखाई गई. रविवार को पल्स पोलिया का दूसरा चरण होने के कारण इस समय मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के हाथों बच्चों को पोलियों का डोज दिया गया. साथ ही मालिन पुनर्वसन के लिए विशेष काम करनेवाले अधिकारी, सामाजिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों का भी इस समय सत्कार किया गया.
कार्यक्रम की प्रस्तावना जिलाधिकारी सौरभ राव ने की, जबकि कार्यक्रम का संचालन तहसीलदार सुनील जोशी ने किया. आभार प्रदर्शन जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी दौलत देसाई ने किया. इस समय सार्वजनिक निर्माण कार्य विभाग के कार्यकारी अभियंता प्रशांत पाटिल, उपविभागीय अधिकारी कल्याण पांढरे, गट विकास अधिकारी राहुल कालभोर सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे.