यावल. शहर की एक छात्रा को शिक्षा कर्ज नहीं देनेवाले ६ बैंकों की शिकायत सीधा पंतप्रधान नरेंद्र मोदी से की गई हैं. हवाई सुन्दरी यानी एयर होस्टेस कार्स के लिए भावना पितांबर सावकारे ने शिक्षा कर्ज की मांग की था. वह कर्ज समय से न मिलने से उसका नुकसान हुआ हैं. इसलिए इन सभी बैंक को प्रधानमंत्री कार्यालस से कर्ज क्यों नहीं दिया, इस संबंध में पूछा गया हैं. शहर के तिरूपति नगर की छात्रा भावना पितांबर सावकारे(१९) का चयन फ्रांकफिन इन्स्टिट्यूट ऑफ एयर होस्टेस ट्रेनिंग, पुणे में हुआ था. इस संबंधी कोर्स के लिए इस छात्रा ने शहर के ६ विविध बैंको में शिक्षा कर्ज के रूप में १ लाख ९० हजार मांग के लिए आवश्यक दस्ताऐवज एवं कागदपुर्ती सादर किया था. लेकिन प्रकरण सादर करके भी इन बैंकों ने कर्ज देने का टालमटोल किया, एवं कर्ज नहीं दिया. इसलिए १९ अगस्त को इन छात्रा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पास ऑनलाईन शिकायत की थी. इस शिकायत में कहां गया था की, बेटी बचाव, बेटी पढाओ ऐसा संदेश दिया जा रहा हैं, लेकिन प्रत्यक्ष में बेटियों को शिक्षा के लिए कर्ज नहीं दिया जा रहा हैं. खास करके जिस जगह यह कार्स हम करने वाले थे, वहां नोकरी मिलने की गॉरंटी थी. तथा नोकरी के बाद कर्ज हमने सक्षमरूप से लौटाया गया होता. ऐसा होते हुए भी बेटियों के साथ ऐसा बर्ताव गलत होने की शिकायत में कहां गया हैं.
– इन बैंकों ने नहीं दिया कर्ज
स्टेट बैंक ऑफ इंडीया, महाराष्ट्र ग्रामीण बैंक, आयडीबीआय बैंक, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया, जलगांव जनता बैंक व बुलढाणा अर्बन
– खत मिला
पीएमओ कार्यालय की ओर से कर्ज क्यों नहीं दिया, इस संदर्भ में पुछताछ की गई हैं. उन्होंने कर्ज की मांग की तब स्टेट बैंक में कर्ज वितरण व्यवस्था में बदल किए जा रहे थे. इसलिए उन्हें कर्ज उपलब्ध नहीं हो सका, ऐसी प्राथमिक जानकारी स्टेट बैंक के व्यवस्थापक राजेश पटेल ने दी हैं.