पुणे (तेज समाचार डेस्क). एक दूसरे पर बार-बार तंज कसने वाले भाजपा-शिवसेना ने सबकुछ भुलाकर आखिरकार ‘युति’ कर ही ली. इस फैसले के पीछे की राजनीति महाराष्ट्र की जनता समझती है. जनता ही इस संदर्भ में उचित फैसला करेगी. ऐसे विचार राष्ट्रवादी कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद पवार ने किया.
पुलवामा आत्मघाती हमले की घटना पर पवार ने कहा कि, सीआरपीएफ के 40 जवानों की शहादत पर काफी दुख है. लेकिन इस मामले में बुलाई गई ऑल पार्टी मीटिंग की गंभीरता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को नहीं लगी. जब हम ऑल पार्टी मीटिंग में पहुंचे तो इस गंभीर बैठक से प्रधानमंत्री नदारद रहे. इससे उनकी असंवेदनशीलता छलकती है. उन्होंने कहा कि, सूचना मिली है कि पुलवामा की घटना के समय सीआरपीएफ के जवानों को पर्याप्त मात्रा में सुरक्षा नहीं दी गई थी. इसमें कहीं ना कहीं तो गंभीर गलती हुई है. लेकिन ऐसी विपदा की घड़ी में हम सबको साथ रहते हुए आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई लड़नी होगी.