पुणे (तेज समाचार प्रतिनिधि). धोनी के बारे में उनके आलोचक जो कुछ भी कहे, लेकिन धोनी आज भी ग्रेट फिनिशर ही है. यह बात उन्होंने आईपीएल में शनिवार को खेले गए मुकाबले में साबित कर दी. पुणे राइजिंग सुपरजाइंट्स ने महेंद्र सिंह धोनी की शानदार 61 रन की पारी के दम पर 4 विकेट की रोमांचक जीत दर्ज की, जिसमें उन्होंने चौका मार कर अपनी टीम को जीत दिलाई. हैदराबाद सनराइजर्स से मिले 177 रन का पीछा करते हुए पुणे ने आखिरी गेंद पर धोनी के चौके से जीत हासिल की.
दुनिया के सर्वश्रेष्ठ फिनिशर माने जाने वाले महेंद्र सिंह धोनी ने एक बार फिर बताया कि उन्हें क्यों यह खिताब मिला है. धोनी ने मुश्किल समय में 34 गेंदों में तीन छक्के और पांच चौकों की मदद से 61 रनों की नाबाद पारी खेलते हुए शनिवार को राइजिंग पुणे सुपरजाएंट को सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ छह विकेट से जीत दिलाई. सनराइजर्स ने पहले बल्लेबाजी करते पुणे के सामने 177 रनों का चुनौतीपूर्ण लक्ष्य रखा था. पुणे की टीम ने पूरे ओवर खेलने के बाद चार विकेट खोकर यह लक्ष्य हासिल कर लिया.
– मनोज तिवारी ने दिया साथ
धोनी का अंत में बखूबी साथ दिया मनोज तिवारी ने जिन्होंने आठ गेंदों में तीन चौकों की मदद से महत्वपूर्ण 17 रनों की पारी खेली. अंतिम ओवर में पुणे को जीत के लिए 11 रनों की दरकार थी. तिवारी ने पहली गेंद पर चौका मारा और फिर एक रन लिया. तीसरी गेंद पर धोनी और चौथी गेंद पर तिवारी ने एक-एक रन लिया. 5वीं गेंद पर धोनी ने दो रन लिए. अब आखिरी गेंद पर दो रनों की दरकार थी. धोनी ने आखिरी गेंद पर चौका मार पुणे को जीत दिलाई.
– शुरुआत में लड़खड़ाने के बाद संभला पुणे
लक्ष्य का पीछा करने उतरी पुणे ने अपने चार विकेट 16.1 ओवर में 121 रनों पर ही खो दिए थे. अंजिक्य रहाणे (2) दूसरे ओवर में ही पवेलियन लौट गए. इसके बाद स्टीवन स्मिथ (27) और दूसरे सलामी बल्लेबाज राहुल त्रिपाठी (59) ने टीम को संभाला. स्मिथ और राहुल ने दूसरे विकेट के लिए 72 रनों की साझेदारी की. यह जोड़ी जब तक मैदान पर थी तब तक पुणे की जीत तय लग रही थी. 87 के कुल स्कोर पर स्मिथ और फिर 98 के कुल स्कोर पर राहुल के आउट होने के बाद पुणे संकट में थी. राहुल ने 41 गेंदों का सामना करते हुए छह चौके और तीन छक्के लगाए. बेन स्टोक्स (10) से उम्मीद थी कि वह धोनी का साथ देंगे लेकिन, भुवनेश्वर कुमार ने 121 के कुल स्कोर पर उन्हें पवेलियन भेज दिया.
– धोनी-तिवारी की 58 रन की साझेदारी
लेकिन अंत में धोनी और तिवारी ने पांचवें विकेट के लिए 3.5 ओवरों में 15.13 की औसत से 58 रनों की साझेदारी करते हुए पुणे को जीत दिलाई. इससे पहले अंतिम ओवरों में मोएजिज हेनरिक्स (नाबाद 55) और दीपक हुड्डा (नाबाद 19) की तेज तर्रार पारियों के दम पर सनराइजर्स ने धीमी शुरुआत के बाद निर्धारित 20 ओवरों में तीन विकेट खोकर 176 रन बनाए.
हेनरिक्स ने 28 गेंदों में दो छक्के और छह चौकों लगाए. वहीं हुड्डा ने 10 गेंदों की पारी में दो चौके और एक छक्का लगाया. आखिरी दो ओवरों में इन दोनों ने 30 रन जोड़े. पुणे के गेंदबाजों ने शुरू में सनराइजर्स के बल्लेबाजों को बांधे रखा. कप्तान डेविड वार्नर (43) और शिखर धवन (30) की जोड़ी को पुणे ने हाथ खोलने के मौके नहीं दिए. यह जोड़ी 6.4 ओवरों में टीम को 50 का आंकड़ा पार करा पाई.
हालांकि बेहद कसी हुई गेंदबाजी के बाद भी पुणे को विकेट नहीं मिल रहे थे. स्मिथ ने अपने सबसे सफल गेंदबाज इमरान ताहिर को आक्रमण पर लगाया और उन्होंने अपनी पहली ही गेंद पर धवन को राहुल के हाथों डीप मिडविकेट पर कैच करवाया. धवन 55 के कुल स्कोर पर आउट हुए. डेनियल क्रिस्टियन ने केन विलियमसन को 13वें ओवर में आउट कर सनराइजर्स को दूसरा झटका दिया. अभी तक मेहमानों ने 100 का आंकड़ा भी नहीं छुआ था। विलियमसन 84 के कुल स्कोर पर आउट हुए.
रनगति धीमी होने के कारण वार्नर ने तेजी से रन बनाने की जिम्मेदारी उठाई और बड़े शॉट लगाने के प्रयास भी किए लेकिन, पुणे के गेंदबाजों की सटीक लाइन लैंथ के कारण वह ज्यादा कुछ कर नहीं पाए.
हेनरिक्स ने भी यही कोशिश की और उन्हें सफलता भी मिली. वार्नर 17वें ओवर में जयदेव उनादकत की गेंद पर रिवर्स शॉट खेलने के प्रयास में विकेट उखड़वा बैठे. इसके बाद हुड्डा और हेनरिक्स ने चौथे विकेट के लिए 3.3 ओवरों में 13.42 की औसत से रन जोड़े और 47 रनों की साझेदारी करते हुए टीम को चुनौतीपूर्ण स्कोर प्रदान किया.