मुंबई (तेज समाचार डेस्क). मरीज अस्पतालों में अपनी बीमारी का इलाज कराने जाते है, लेकिन आज कल समय बदल गया है. अस्पताल मरीजों की जेब काटनेवाली दुकान बन गए हैं. कभी ब्रैन डेड के नाम पर तो कभी किसी गंभीर बीमारी का डर दिखा कर अस्पताल मरीजों और उनके परिवार से बेरहमी से पैसा उगाही करते है. लाखों का बिल यहां वसूला जाता है. हद तो तब है, जब लाखों खर्च करने के बाद भी मरीज के बचने की कोई उम्मीद नहीं. आज कल तो अच्छे खासे मरीज को भी ब्रैन डेड घोषित कर उसके अवयव दान कराने का प्रचलन इन बड़े अस्पतालों में फैशन की तरह बढ़ गया है.
अब एक नया मामला सामने आया है, जहां मुंबई के एक प्रतिष्ठित अस्पताल में डॉक्टरों और अस्पताल स्टाफ की लापरवाही से एमआरआई मशीन में फंसने से मरीज के साथ आए एक युवक को अपनी जान गवानी पड़ी. मामला पुलिस में गया और तीन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया.
जानकारी के अनुसार मुंबई के प्रतिष्ठित अस्पतालों में से एक बीवाईएल नायर चैरिटेबल हॉस्पिटल में शनिवार को एमआरआई मशीन में फंसकर 32 साल के एक युवक की दर्दनाक मौत हो गई. हादसे के पीछे हॉस्पिटल स्टाफ की लापरवाही की बात सामने आई है. युवक का नाम राजेश मारू बताया गया है. राजेश हॉस्पिटल में अपने एक रिश्तेदार की एमआरआई कराने आया था. रिश्तेदारों के मुताबिक, एमआरआई से पहले वॉर्डबॉय ने उससे ऑक्सीजन सिलेंडर एमआरआई रूम के अंदर पहुंचाने के लिए कहा था. जैसे ही युवक सिलेंडर लेकर रूम के अंदर घुसा मशीन की मैग्नेटिक फील्ड ने उसे खींच लिया. तेज दबाव के चलते सिलेंडर फटने से पूरी ऑक्सीजन शख्स के अंदर ही भर गई और कुछ ही मिनटों में उसकी मौत हो गई. इस मामले में पुलिस ने तीन लोगों को अरेस्ट कर लिया है.
– 10 मिनट में ही निकल गया दम
युवक के रिश्तेदारों ने बताया कि वॉर्डबॉय रवि से ऑक्सीजन सिलेंडर एमआरआई रूम के अंदर ले जाने के लिए कहा. हालांकि, जब उन्होंने इस पर सवाल उठाए तो वॉर्डबॉय ने कहा कि मशीन बंद है और यहां ऐसे ही काम होता है. जैसे ही शख्स सिलेंडर लेकर रूम के अंदर गया मशीन की तेज फील्ड ने उसे खींच लिया. सिलेंडर फटने की वजह से पूरी ऑक्सीजन युवक के शरीर में भर गई और वह फूल गया. डॉक्टरों ने उसे आनन-फानन में इमरजेंसी रूम पहुंचाया, जहां 10 मिनट के अंदर ही उसने दम तोड़ दिया.
– एमआरआई रूप में प्रतिबंधित होती है लोहे की वस्तु
ज्ञात हो कि एमआरआई मशीन की हाई मैग्नेटिक फील्ड की वजह से रूम में किसी भी तरह की मैटेलिक चीज ले जाने पर पाबंदी होती है. यहां तक कि रूम में घुसने से पहले बेल्ट और अंगूठी भी उतरवा ली जाती है.
– डॉक्टर सहित 3 गिरफ्तार
पुलिस ने इस मामले हॉस्पिटल के डॉक्टर सिद्धांत शाह, वॉर्डबॉय विट्ठल चव्हाण और लेडी वॉर्ड अटेंडेंट सुनीता सुर्वे के खिलाफ लापरवाही बरते पर सेक्शन 304A के तहत मामला दर्ज कर लिया है.