कोलकाता. बुधवार को मौलाना नुरुर रहमान बरकती को टीपू सुल्तान मस्जिद के शाही इमाम पद से हटा दिया गया है. उन पर देश के खिलाफ आपत्तिजनक और उत्तेजक भाषा इस्तेमाल करने का आरोप है.
मौलाना बरकती ने 11 मई को कहा था कि मैं एक धार्मिक नेता हूं और पिछले कई सालों से लाल बत्ती का इस्तेमाल करते आ रहा हूं. मैं केन्द्र के आदेश का पालन नहीं करूंगा. वे मुझे आदेश देने वाले कौन हैं. पं बंगाल में सिर्फ राज्य सरकार के आदेश प्रभावी होते हैं. मैं लाल बत्ती का इस्तेमाल करता रहूंगा. यहां तो किसी ने लाल बत्ती नहीं हटाई है.
एक दिन बाद उन्होंने फिर से दावा किया कि यदि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी उनसे बत्ती हटाने की अपील करेंगे, तो वे नहीं हटाएंगे. उनके इस दोनों बयानों की कई मुस्लिम धार्मिक नेताओं ने आलोचना की थी.
राज्य के एक मंत्री सिद्दिकुल्लाह चौधरी ने बरकती के खिलाफ 13 मई को प्रदर्शन भी किया था. पुलिस से भी इस मामले में शिकायत की गई थी. बाद में कोलकाता पुलिस ने बरकती की गाड़ी से लाल बत्ती हटा दी थी.