धुलिया. मौसम का मिजाज खासा परेशानी भरा बना हुआ है. पिछले कई दिनों से जि़ले वासियो को भीषण उमस भरी गर्मी का सामना करना पड़ रहा है. बारिश के मौसम होने के बावज़ूद उमस भरी गर्मी बढऩे से नागरिकों में बैचनी देखी जा रही है. तापमान सामान्य स्तर पर होने के बाद भी लोगों को जबर्दस्त उमस व गर्मी का सामना करना पड़ा. मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि बारिश की कमी के कारण उमस भरी गर्मी बढऩे लगी है. गौरतलब है कि पोले के त्यौहार की पूर्व संध्या पर अच्छी बारिश हुई थी. इसके बाद से लगातार उमस भरी गर्मी लोगों के लिए परेशानी बनी हुई है. रविवार को दिन भर बादलों व सूर्यदेव के बीच आंख मिचौली होती रही. इसी वजह से वातावरण में नमी भी बढ़ गई, जो उमस की वजह बनी. मौसम विशेषज्ञों के अनुसार अगस्त माह में जोरदार बारिश की चेतावनी जारी की गई थी किँतु जिले में जोरदार बारिश का आगमन नही हुआ है जिसके कारण जलाशय में पानी की कमी दर्ज की गई है. पानी की कमी के कारण खेत खलिहानो मे फसलें बर्बाद होने के कगार पर है. दों चार दिनों में अगर जोरदार बारिश नही होती है तो किसानों के हाथों से फसलें निकल जायेगी. मवेशियों के लिए चारे पानी की समस्याओं से इन्सानों के अलावा जानवरों को भी जूझना पड़ सकता है. सूखे की स्थिति का जायजा लेने जि़ला प्रशासन ने अभी तक कोई अमली जामा नही पहनाया है. जिसके कारण से किसानों के साथ आम आदमी आसमान की ओर नजर लगाए बैठा है. वही दूसरी ओर जि़ला प्रशासन हाथ पर हाथ रखे हुए स्थितियों का भयावह होने का इंतजार कर रहा है. बाििरिशश नही होने के कारण नगर में संक्रमण फैल गया है. अस्पतालों में मलेरिया बुखार खांसी के मरीजों की भीड़ लगी हुई हैं. रविवार को अधिकतम तापमान साढ़े 37 व न्यूनतम 27 डिग्री सेल्सियस रहा. अधिकतम आर्द्रता 78 व न्यूनतम 48 फीसदी रही. शाम के समय बदलो की आवाजाही आसमान में रही जिसके कारण नागरिकों को कुछ समय के लिए उमस भरी गर्मी से राहत मिली.