पुणे (तेज समाचार डेस्क). आए दिन पीएमपी की बसों में आग लगने की घटनाएं होती रहती है. इसके पीछे हर बार शॉट सर्किट का कारण दिया जाता है. कई बार तो यात्रियों की बस में मौजूदगी के दौरान भी बस में आग लगने की घटनाएं हो चुकी है. शुक्रवार को भी चिखली के नवीन आरटीओ कार्यालय में आरटीओ पासिंग के लिए लाई गई पीएमपी की एक बस में शॉर्टसर्किट के कारण अचानक आग लग गई. इससे पीएमपी प्रशासन का लाखों का नुकसान हो गया है. पता चला है कि आज तक पीएमपीएमएल की किसी भी बस का साथ ही कार्यालय का फायर ऑडिट नहीं किया गया. जबकि समय-समय पर बसों का फायर ऑडिट किया जाना जरूरी है. फायर ऑडिट से बसों में लगनेवाली आग की घटनाओं को रोका जा सकता है. अन्यथा बसों में लगनेवाली आग किसी दिन गंभीर घटना का अंजाम दे सकती है. सवाल उठाया जा रहा है कि पीएमपी प्रशासन आखिर कब तक यात्रियों की जिन्दगी से खिलवाड़ करता रहेगा.
– आरटीओ पासिंग के दौरन लगी आग
जानकारी के अनुसार स्वारगेट डिपो की 8 गाड़ियों को आरटीओ पासिंग के लिए चिखली आरटीओ कार्यालय में लाया गया था. पांच गाड़ियों की पासिंग हो चुकी थी. इसी बीच एमएच 14, सीडब्ल्यू 2008 नंबर की बस पासिंग के लिए आगे समय अचानक इंजिन में शॉर्टसर्किट हुआ और बस में आग लग गई. आग लगते ही बस चालक बस से बाहर कूद गया. अब बस बिना चालक के अपने आप पीछे सरकती गई और एक दीवार को तोड़ती हुई एक गड्डे में फंस कर रुक गई. बस चालक ने तुरंत दो अग्निशमन उपकरण का इस्तेमाल कर आग बुझाने का प्रयास किया, लेकिन आग की तीक्षणा के कारण ये उपकरण प्रभावी साबित नहीं हुए. इसके बाद पिंपरी अग्निशमन दल ने घटनास्थल पहुंच कर आग को बुझाया. इस बीच बस पूरी तरह से जल चुकी थी.
– अभी तक हो चुकी कई घटनाएं
पीएमपीएमएल बस को आग लगने की अभी तक अनेक घटनाएं हो चुकी है. एक आरटीआई कार्यकर्ता द्वारा हासिल की गई जानकारी के अनुसार पीएमपीएमएल की एक भी बस का और कार्यालय का अभी तक एक बार भी फायर ऑडिट नहीं किया गया. उल्लेखनीय है कि पीएमपी की बसों से प्रति दिन करीब 11 लाख लोग यात्रा करते है. इस बीच कई बार बसों में आग लगने की घटनाएं होती रहती है. यह सौभाग्य रहा कि अभी तक आग लगने की किसी घटना में कोई जनहानि नहीं हुई है. लेकिन भविष्य में ऐसी घटनाओं को नकारा भी नहीं जा सकता.
– अपर्याप्त अग्निशमन उपकरण
आरटीआई के माध्यम से यह भी सामने आया है कि महामंडल के सभी डिपो में विभिन्न प्रकार के सिर्फ 124 अग्निशमन उपकरण उपलब्ध है. इसमें से भी 3 डिपो में किसी प्रकार के कोई उपकरण नहीं है. इसके साथ ही वर्ष 2017-18 में एक भी अग्निशमन उपकरण नहीं खरीदा गया है. जो उपकरण उपलब्ध है, उनकी रिफिलिंग भी समय पर नहीं की जाती है.
– आरटीओ के साथ फरेब
पता चला है कि पीएमपी प्रशासन आरटीओ की आंखों में धूल छोंक कर पासिंग के समय अग्निशमन उपकरण बसों में लगा कर रखते है. पासिंग के बाद ये उपकरण निकाल दिए जाते है.
उल्लेखनीय है कि पिछले अनेक वर्षों से पीएमपी घाटे में चल रही है. पीएमपी के पूर्व अध्यक्ष तुकाराम मुंढे ने पीएमपी की हालत सुधारने के लिए कई सारे सख्त कदम उठाए, इसके कुछ अच्छे परिणाम भी देखने को मिल रहे थे, लेकिन इसी बीच उनका तबादला कर दिया गया. अब उनके स्थान पर नयना गुंडे को लाया गया है. देखना होगा कि ऑक्सिजन पर चल रही पीएमपी को नयना गुंडे कौनसी संजीवनी प्रदान करती है. जिससे यात्री यात्रा के समय स्वयं को सुरक्षित महसूस कर सके.