धुलिया (वाहिद काकर ):योगी राज में चढ़ा क्राइम का ग्राफ ऊंचाई पार कर गया है ।प्रदेश में दिनदहाड़े हत्या बलात्कार दुष्कर्म फिरौती की घटना अंजाम दिया जा रहा है जिसके चलते यूपी में लूट 20%, रेप 41% बढ़े है. पूरे प्रदेश में कानून व्यवस्था चरमरा गई है धुलिया स्थित अल्पसंख्यक नागरी हक्क संघर्ष समिति ने ज़िला प्रशासन को ज्ञापन सौंपकर सुरक्षा व्यवस्था के मुद्दे पर चिंता जताई है .
निवासी उप ज़िला अधिकारी अरविंद अतुलकर को सौपे ज्ञापन में बताया गया है कि उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ के शासन में महिलाएं सुरक्षित नहीं है प्रदेश में 2018मे 11249 अपराधों का पंजीयन किया गया है जिस में प्रतिदिन8 महिलाओं के साथ दुष्कर्म तथ 30 महिलाओं का अपहरण प्रतिदिन किया जा रहा जो निंदनीय है, शुक्रवार22 जून को उत्तर प्रदेश के लखनऊ स्थित पॉलिटेक्निक की एक छात्रा का अपहरण कर हत्या कर दी गई थी जिस केआरोपियों को अभी तक गिरफ़्तार नही किया गया है.योगी सरकार ने मंगलवार को अपने सौ दिन पूरे कर लिए. इस मौके पर सरकार ने पिछले साल के मुकाबले अपराध के ग्राफ में गिरावट का दावा किया लेकिन सूबे की पुलिस की ओर से जारी किए गए आंकड़ों पर गौर करें तो सरकार के इन दावों की हकीकत कुछ और ही नजर आई.राज्य में कई फीसदी बढ़ा क्राइम रेट यूपी पुलिस ने 15 मार्च से 15 जून के बीच सूबे में हुए अपराध पर जो आंकड़े सामने रखे हैं, उनके मुताबिक, सूबे में हुई संगीन वारदातों की फेहरिस्त में शायद ही कोई कमी आई है. और तो और क्राइम रेट पिछले आंकड़ों को पूरी तरह से पार करते हुए तहस-नहस कर चुका है. आंकड़ों के मुताबिक, 15 मार्च से 15 जून तक इन तीन महीनों में डकैती के मामले 13.85 फीसदी, लूट 20.46 फीसदी, फिरौती के लिए किए गए अपहरण 44.44 फीसदी और बलात्कार के मामलों में 40.83 फीसदी का इजाफा हुआ है.
ज्ञापन में राष्ट्रपति शासन लागू किए जाने की मांग की गई है और कानून व्यवस्था चुस्त दुरुस्त करने और लखनऊ अपहरण हत्या कांड मामले पर कारवाई करने की मांग अल्पसंख्यांक नागरी हक्क संघर्ष समिति के जुबेर शेख मुनाफ शेख मुख्तार शेख दाऊद मंसूरी गफ्फार अंसारी वसीम शेख अफजल खान शफीक शेख रफीक आदि ने ज्ञापन देकर की है ।