जलगांव. पारोला शहर एवं तहसिल के पानी तीव्रता की समस्या हल करने के लिए १५ अक्टुबर के बाद गिरणा बांध से पानी छोडने का निर्णय होगा, ऐसा आश्वासन राज्य के जलसंपदामंत्री गिरीश महाजन ने ६ अक्टुबर को अनशनकर्ते विधायक डा. सतीश पाटीन को दिया हैं. उसके बाद तिसरे दिन डा. पाटील ने अनशन पिछे लिया गया. पारोला शहर में अभी ६ दिनों के बाद पानी की आपूर्ती हो रही हैं. यहं पानी आपूर्ती बोरी बांध से होने से पानीसाठा खत्म होने की कगारपर हैं. इस बात ध्यान में रखकर गिरणा बांध के द्वारा बोरी बांध से पानी छोडने की मांग करके पारोला के विधायक डा. सतीश पाटील ने जिलाधिकारी कार्यालय के सामने बेमुदत अनशन शुरू किया था. डा. पाटील की भेट जिलाधिकारी किशोर रोज निंबालकर, पूर्व विधायक सुरेशदादा जैन, पूर्व मंत्री एकनाथ खडसे ने की थी. जलसंपदामंत्री गिरीश महाजन ने भी मोबाईल पर संपर्क करके पानी छोडने की मांग मान्य करके अनशन खत्म करने की विनंती की थी. लेकिन विधायक डा. पाटीन ने महाजन ने अनशन की जगह आकर चर्चा करे, ऐसा कहां था. कल मंत्रालय में बैठक होने से गिरीश महाजन जलगांव में नही थे. ६ अक्टुबर को जलगांव में आने के बाद सीधा विधायक डा. पाटील की भेट ली. वहां मंत्री महाजन ने जानकारी दी की, सभी ओर पानी की तीव्रता हैं. कालवा सल्लगार समिती की बैठक होनी बाकी हैं. इस समिती के सामने पारोला शहर एवं तहसिल के स्थिती बताएगें. बांध से पानी छोडने का निर्णय अभी बारीश के दिन देखकर जल्द ही नहीं ले सकते हैं. लेकिन बारीश नही हुई तो १५ अक्टुबर के बरइ गिरणा बांध का पानी छोडा जाएगा. इन आश्वासन के बाद विधायक डा. पाटील ने कहां की, मंत्री महाजन दुसरे कामों व्यस्थ होने से जलगांव को नही आ सके. इसलिए आजभी मुझे अनशन आगे भी शुरू रखा जाता. लेकिन मंत्री महाजन आए और चर्चा करके अनशन खत्म हो रहा हैं. इसपर मंत्री महाजन ने कहां की, आज भी महत्व की बैठक थी, लेकिन डा. पाटील के लिए मैं आया हु. बाद में मंत्री महाजन के हाथों ज्यूस लेकर विधायक डा. पाटील ने अपना अनशन खत्म किया.