यूनिसेफ की ब्रैंड ऐंबेसडर प्रियंका चोपड़ा ने बांग्लादेश के कॉक्स बाजार में रोहिंग्या शरणार्थियों से मुलाकात की । भारत विरोधी ताकतें प्रियंका चोपड़ा जैसी पैसों से बिकने वाली अभिनेत्रियों के माध्यम से मोदी सरकार के इन रोहिंगयाओं को भारत से बाहर निकालने के फैसले को बदलना चाहती है । इस ख्यातनाम मामले का सच ब्यान कर रहे हैं जोधपुर के सुधांशु टाक जी !
बॉलीवुड ऐक्ट्रेस और यूनिसेफ की ब्रैंड ऐंबेसडर प्रियंका चोपड़ा ने बांग्लादेश के कॉक्स बाजार में रोहिंग्या शरणार्थियों से मुलाकात की है और इस संकट को भयावह बताते हुए इससे प्रभावित बच्चों की मदद करने की अपील की है । बॉलीवुड की यह 35 वर्षीय अभिनेत्री प्रियंका 2 दिन पूर्व बांग्लादेश की यात्रा पर थीं । प्रियंका ने रोहिंग्या शरणार्थियों के बच्चों को एक सुरक्षित भविष्य देने के लिए दुनिया को साथ आने की जरूरत पर बल दिया । इसके बहुत गहरे निहितार्थ है । किसी दूसरे देश यानी बर्मा के शरणार्थी रोहिंग्या मुसलमान तीसरे देश यानी बांग्लादेश में बुरी हालत में रह रहे है। हमारे देश मे भी लाखों लोग इससे बदहाल हालात में है । लेकिन प्रियंका वँहा नही गयी । तीसरे देश गयी । भारी लोचा है।
अब जानिए असली माजरा ।सच्चाई यह हैं कि केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने ‘फॉरनर्स एक्ट’ के तहत भारत मे बसे 40,000 से अधिक रोहिंगया मुसलमानों को वापिस म्यायांर भेजने का फैसला किया है। ये लोग भारत में समुद्र, बांग्लादेश और म्यायांर की सीमा से घुसपैठ कर भारत में अवैध रूप से घुसे थे । कांग्रेस की मनमोहन सरकार ने इन रोहिंगयाओं को बांग्लादेश की सीमा से उठाकर जम्मू ला कर अलग से बस्ती का निर्माण कर बसा दिया । अब भारत विरोधी ताकतें प्रियंका चोपड़ा जैसी पैसों से बिकने वाली अभिनेत्रियों के माध्यम से मोदी सरकार के इन रोहिंगयाओं को भारत से बाहर निकालने के फैसले को बदलना चाहती है ।
आप भी जानिए कि आखिर प्रियंका चोपड़ा को अचानक रोहिंग्या मुस्लिमो पर प्रेम क्यों उमड़ आया ? वह भी तब जब यह ममतामयी फ़ोटो शूट करवाने से पहले ये इंग्लैंड में प्रिंस हैरी की शाही शादी में शामिल हुई थी । जब प्रियंका बांग्लादेश जाने के लिए विमान में सवार हुईं तब उन्होंने डेढ़ लाख के सैंडिल बैग में रख लिए । जो आधुनिक सामने से फटी हुई ड्रेस यह पहनती थी, उसे उसे खूंटे में टांग दिया । रोहिंग्या की बस्ती तक पहुंचते-पहुंचते उनका रूप बदल गया । सर से पांव तक ढक गयी। हिजाब पहनकर स्वयं को अलग दिखाने की कोसगीश की। इस्लामी पहनावे के बाद ही वह उन म्यांमार के मुस्लिमों की बस्ती में घुस सकी ।
महज चौदह घंटे पहले ही प्रियंका प्रिंस हैरी की इकलौती बॉलीवुडिया भारतीय मेहमान थी जिन्हें आमन्त्रित किया गया था। दरअसल प्रियंका का अमरीकन टीवी शो ”क्वांटिको” कम दर्शक मिलने के कारण बंद हो गया है। हॉलीवुड में अब प्रियंका को कोई पूछ नही रहा और बॉलीवुड को यह प्रियंका दोयम दर्जे का समझने लगी थीं । अतः निर्माताओं ने उससे दूरी बना ली थी।असल में रोहिंग्या के लिए इनका दर्द छलकने का कारण नितांत व्यावसायिक है । सलमान खान की फ़िल्म ”भारत” मे मुख्य नायिका का किरदार यह प्रियंका चोपड़ा ही करने जा रही है। ये फिल्म भारत-पाक विभाजन पर आधारित है ! रोहिंग्या के लिए प्रेम झलकना इसी फिल्म के प्रमोशन का हिस्सा समझ लीजिए । फ़िल्म की शूटिंग चलेगी, तब ऐसी कई नौटंकी भी देखने को मिलेंगी ।जब ये बांग्लादेश में यूनिसेफ की नौटंकी पेश कर रही थीं, उसी समय छत्तीसगढ़ में नक्सलियों ने छह परिवारों के बच्चों को अनाथ कर दिया था । इसी दौरान पाकिस्तानी गोलीबारी में भारत की एक मासूम बच्ची मारी गई थी । तब प्रियंका इन परिवारवालों के लिए ट्विटर में संवेदना के दो शब्द भी नहीं लिख पाई । कश्मीरी पंडितों के पीड़ा पर इसे आज तक दर्द नहीं हुआ । मतलब साफ़ है इन्हे अपनी फिल्म हिट करवाना है तो दर्शक चाहिए और ये दर्शक आसानी से रोहिंग्या बस्ती में जाने से देश में फैले रोहिंग्याओं के हमदर्द लोगों में मिल ही जायेंगे । साथ ही तभी यह सलमान या शाहरुख जैसे वामपंथ पोषित अभिनेताओं के साथ फिल्में कर पायेगी । इन तथाकथित टॉप अभिनेत्रियों का कितना शोषण होता है यह इस वाकये से समझा जा सकता है ।
और हां एक बात और, बांग्लादेश की निर्वासित लेखिका तस्लीमा नसरीन ने प्रियंका के दौरे का जिक्र करते हुए आरोप लगाया कि जिस्मफरोशी के लिए रोहिंग्या शरणार्थी शिविरों में रह रहे बच्चों की तस्करी की जाती है । लेकिन किसे परवाह है? क्या प्रियंका इन बच्चों की तस्करी व यौन शोषण के बारे में बोलेगी ? नही । प्रियंका का निशाना राजनीतिक है । स्वयं के लिए फ़िल्म हासिल करने का है ।बाकी हम हिन्दू तो बिन पेंदी के लोटे है ही। मतलब स्वर्थ सिद्धि के लिए ये कुछ भी कर सकते हैं। इसी प्रियंका को पद्म श्री भी दे सकते हैं । – सुधांशु टाक 098280 32289