भोपाल (तेज समाचार प्रतिनिधि) बॉलीवुड गायक सोनू निगम ने लाऊडस्पीकर के बारे में जो ट्विट किया है, वह सिर्फ सोनू निगम की ही आवाज नहीं है, बल्कि देश के हर नागरिक की आवाज है, जिसे सोनू ने राह दिखाई है. हर कोई चाहता है कि मस्जिदों पर लगे लाऊडस्पीकर बंद होने चाहिए. अब सोनू निगम के बाद मध्यप्रदेश के एक आईएएस ने भी अपने अंदाज में सोनू निगम की बात का समर्थन किया है. हालांकि उन्होंने ये कमेंट बड़ी चालाकी से किया है. चालाकी उन्होंने ये की है कि सोनू की तरह किसी धर्म विशेष का नाम नहीं लिया और नींद में खलल की जगह बच्चों की परीक्षा के समय का बहाना लिया, लेकिन ये माना जा रहा है कि एक तरह से उन्होंने सोनू के ट्वीट को आगे बढ़ाते हुए धार्मिक स्थानों के लाऊड स्पीकर पर हमला बोला है.
2010 बैच के आईएएस अफसर और इन दिनों पीआईबी (प्रोफेशनल एक्जाम बोर्ड) के डायरेक्टर पद की जिम्मेदारी संभाल रहे भास्कर लक्षकार ने मंगलवार रात 8 बजकर 50 मिनिट पर फेसबुक पर कमेंट किया है किया है.
लक्षकार ने लिखा है कि मुझे पूर्ण विश्वास है कि सारे धर्मों के सब भगवान लोगों को दिन-रात और सुबह की कर्कश और निरी बेसुरी आवाज बेहद पसंद है. बच्चों की परीक्षा के दिनों में उन्हें यह विशेष अच्छा लगता है.
आईएएस भास्कर लक्षकार ये फेसबुक कमेंट एक तरह से सोनू निगम की बात को आगे बढ़ाने वाला माना जा रहा है, लेकिन सिविल सेवा आचार संहिता से बंधे आईएएस लक्षकार ने अपनी बात रखने के साथ ये अच्छी तरह से ध्यान रखा है कि उनके कमेंट पर न तो विवाद हो और न ही वे किसी कार्रवाई के फेरे में आ पाएं. उन्होंने शब्दों की बाजीगरी करते हुए किसी एक धर्म के बारे में न लिखकर बल्कि सभी धर्म के भगवानों और अजान या भजन न लिखकर दिन-रात और सुबह की कर्कश और निरी आवाज लिखकर अपने आप को बचाने की कोशिश की है.
वहीं उन्होंने ये भी गलती नहीं की है कि इन आवाजों से सोनू की तरह उनकी नींद या किसी दूसरे काम में खलल हो रहा हो, बल्कि उन्होंने बच्चों की परीक्षाओं का सहारा लेकर अपनी बात भी रख ली और विरोध या कार्रवाई से बच गए.
हालांकि मध्यप्रदेश में ये कोई पहला मौका नहीं है कि जब किसी आईएएस अफसर ने किसी ऐसे मुद्दे पर सोशल मीडिया पर कमेंट किया हो, जो देश भर में सियासी मुद्दा बन गया हो. फिलहाल अपने पद और जिम्मेदारी का ख्याल रखते हुए उन्होंने अपनी बात भी कह ली और विरोध के साथ-साथ कार्रवाई से भी बच गए.