मुजफ्फरनगर-खतौली. शनिवार की शाम को मुजफ्फरनगर जिले के खतौली में कलिंग-उत्कल एक्सप्रेस दुर्घटना की अभी तक की जांच में यह हादसा रेलवे प्रशासन की लापरवाही से होने की बात सामने आयी है. रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने दुर्घटना की जांच के आदेश दे दिए है. हादसे के बाद रेलवे अधिकारी व कर्मचारियों में हडकम्प मचा है. बताया जाता है कि मुजफ्फरनगर में रेल हादसे के समय जो विभागीय इंजीनियर और कर्मचारी रेल पटरी पर काम कर रहे थे वे सभी भूमिगत है. उनको गिरफ्तारी व पूछताछ का डर सता रहा है.
एक ऑडियो रिकार्डिग के वायरल होने के बाद तो विभाग में हडकम्प मचा हुआ है. क्योंकि जिस तरह से दो विभागीय कर्मचारियों की बातचीत कथित आडियो भी सामने आ रही है इसमे लापरवाही काफी उजागर हो रही है. रेल हादसे में जीआरपी ने मुकदमा दर्ज कराया उसके बाद यहां काम कर रहे मजदूर व इस मामले से जुडे अनेक लोग भूमिगत है कोई भी मीडिया व अन्य प्रत्यक्षदर्शियों के सामने नहीं आ रहा है.
– ट्रेन का स्टाफ भी नदारद
यहीं नहीं इस गाड़ी को चला रहे चालक और गार्ड व अन्य स्टॉफ जो भी सामने नहीं आये है. रेल रसोई का स्टॉफ हो या अन्य उस समय उत्कल एक्सप्रेस में मौजूद स्टॉफ कोई भी मीडिया व अन्य स्थानीय लोगों के सामने नहीं आया है.
– दोषी कर्मचारियों पर होगी सख्त कार्रवाई’
रेलवे सुरक्षा आयुक्त एसके पाठक खतौली रेल दुर्घटना जांच के लिए खतौली पहुंचे और घटना स्थल का पैदल चल कर दौरा किया. घटना स्थल पर प्रत्यक्ष दर्शियों व घटना स्थल के निकट रहने वाले लोगों से बात भी की पाठक ने इन लोगों को कहा वह 22 व 23 अगस्त को सुबह 9:30 से अपने दिल्ली कार्यालय में सुनवाई करेगे. जिसके पास कोई पुख्ता सबूत या जानकारी हो वह उन्हें दे सकता है जो हादसे की हकीकत बताने में मदद कर सकता है वह करे. उन्होंने कहा कि इस भयंकर दुर्घटना के जिम्मेदार रेल कर्मचारी हैं, जांच रिर्पोट आने पर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
– सुचारू किया गया रेल यातायात
कलिंग-उत्कल एक्सप्रेस के हादसे के बाद अब यातायात सुचारू कर दिया गया है. रेलवे सुरक्षा आयुक्त एसके पाठक खतौली पहुंचकर जांच कर रहे है लेकिन इसी बीच पूछताछ को लेकर और विभागीय जांच को लेकर हर बडे अधिकारी से लेकर छोटे कर्मचारियों में हडकम्प मचा हुआ है. खासकर खतौली स्टेशन और उत्कल में सवार स्टॉफ में लेकर खासी बेचैनी है.