धुलिया (वाहिद काकर तेजसमाचार के लिए ) – सड़क दुर्घटना में बुरी तरह से जख्मी चार ग्रामीण विद्यार्थियों ने हौसले बुलंद कर दसवीं की परीक्षा देते हुए एक मिसाल प्रस्तुत की ।
ख़ास बात यह है कि ओपरेशन व गंभीर चोटों के बावजूद इन विद्यार्थियों ने परीक्षा देने के लिए अपनी इच्छाशक्ति दर्शाई । जिस पर सकारात्मक रुख लेते हुए प्रधानाध्यापिका, शिक्षा अधिकारी ने हर संभव प्रयास कर विद्यार्थियों के इस जज्बे को सफल बनाया ।
गुरुवार सुबह धुलिया शहर के नूतन पाडवी विद्यालय के सामने बोर्ड की परीक्षा देने वाले छात्र परीक्षा केन्द्र् का दरवाज़ा खुलने का इंतज़ार कर रहे थे । इसी बीच एक तेज रफ्तार कार में सवार एक व्यक्ति जो कार चलाना सीख रहा था, उसने विद्यार्थिओं की भीड़ देख कर अपना नियंत्रण खो दिया । और कार सामने खड़े विद्यार्थिओं पर जा कर चढ़ गई ।
कार की चपेट में आने से भूषण रविंद्र पाटील बुरी तरह से घायल हो गया, उसके पैर की हड्डी टूटने के कारण ऑपरेशन भी करना पड़ा । दूसरे एक अन्य छात्र राधे किशन पाटील के घुटने की कटोरी अपनी जगह से से हिल गयीं । वहीँ दो अन्य विद्यार्थी किरण शिरसागर और नितीन पाटील गंभीर रूप से घायल हुए । इन सबके बावजूद इन चारों विद्यार्थियों ने घायल अवस्था में दर्द की परवाह न करते हुए दसवीं कक्षा की परीक्षा दी ।
दुर्घटना के बाद घायल अवस्था में ऑपरेशन होने के बावजूद राँ सिटी विद्यालय के चारों विद्यार्थियों ने प्रधानाध्यापिका रेणुका पेटारे से अनुरोध किया कि वह दसवीं बोर्ड की परीक्षा देना चाहते हैं, जिस में प्रधानाध्यापिका ने विद्यालय के केंद्र प्रमुख नितिन पाटिल तथा शिक्षा अधिकारी से बात की । नियमानुसार विद्यार्थियों के अस्पताल से परीक्षा देने को नहीं माना गया और उन्हें परीक्षा केंद्र तक आने की सलाह दी गई ।
विद्यार्थिओं की हालत सही न होने के कारण अस्पताल से एग्जाम सेंटर तक आने की अनुमति डॉक्टर ने नहीं दी । जिस के चलते प्रधानाध्यापिका ने जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ड़ी.गंगाथारन से मामले में हस्तक्षेप करने व विद्यार्थिओं को अस्पताल में ही परीक्षा देने, संसाधन उपलब्ध कराने की गुहार लगाईं। अधिकारिओं को अव्ग्फत कराया गया कि सभी जख्मी छात्र ग्रामीण इलाके के हैं। अगर परीक्षा से वंचित हो जाते हैं तो इनका एक वर्ष खराब हो जाएगा । मामले की गंभीरता समझते हुए शिक्षा अधिकारी ने त्वरित आदेश जारी किया कि पुलिस की तैनाती में अस्पताल के भीतर ही विद्यार्थियों को सहायक लेखक की सहायता से परीक्षा दिलवाई जाये ।
अज्ञात कार चालक के खिलाफ शहर पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज कराई गई है लेकिन चालक फरार होने में कामयाब हो गया है । छात्रों ने मांग की है कि विद्यालय परिसर में लगे सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस ने फुटेज खंगालकर संबंधित कार चालक को तुरतं गिरफ़्तार करना चाहिए ।
घटना के फैलते ही अभिभावक वर्ग,विद्यार्थियों,नागरिकों में घायल विद्यार्थियों की हिम्मत को सराहा जा रहा है । साथ ही साथ जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ड़ी.गंगाथारन, प्रधानाध्यापिका रेणुका पेटारे, विद्यालय के केंद्र प्रमुख नितिन पाटिल तथा शिक्षा अधिकारी की तत्परता व प्रयासों का भी धन्यवाद करते हुए, विद्यार्थियों का एक वर्ष खराब होने से बचाने के लिए प्रशंसा की जा रही है ।