कई बार व्यक्ति अपनी जरूरतों को पूरी करने के लिए कर्ज लेता है, लेकिन यही कर्ज तब मुसीबत बन जाता है, जब वह उसे चुका नहीं पाता. फिर एक कर्ज उतारने के लिए दूसरा कर्ज लेता है और इस तरह कर्ज के चक्रव्यूह में इंसान फंसता चला जाता है. लेकिन घबराने या परेशान होने की जरूरत नहीं है. हमारे धर्म शास्त्रों, तांत्रिक ग्रंथों और ज्योतिष में ऐसे कई उपाय बताए गए हैं, जिनसे कर्ज मुक्ति होती है. इसके लिए कुछ खास दिन भी बताए गए हैं, जिनमें उपाय किए जाएं, तो कितना भी बड़ा कर्जा क्यों ना हो, वह धीरे-धीरे समाप्त हो जाता है.
ऐसे ही सिद्ध दिन हैं नवरात्र के. वर्ष में चार नवरात्र आती है, जिनमें चैत्र नवरात्र, शारदीय नवरात्र और दो गुप्त नवरात्र होती है. इनमें से भी चैत्र नवरात्र का सर्वाधिक महत्व है, क्योंकि यह नव संवत्सर के प्रारंभ दिवस से शुरू होती है. इस नवरात्र में अनेक तांत्रिक प्रयोग और उपाय किए जाते हैं. कर्ज मुक्ति के लिए भी इस नवरात्र में करने के लिए कई सिद्ध प्रयोग हैं.
– तेल से भरा मिट्टी का दीया
यदि आपका कर्ज बढ़ता जा रहा है और उसके उतरने का कोई रास्ता नजर नहीं आ रहा है, तो चैत्र नवरात्र में किसी भी दिन मिट्टी का एक दीया लेकर उसमें सरसों का तेल भर लें. इसके बाद तेल से भरे उस दीए को किसी मिट्टी के ढक्कन से ढंक दें. यदि नवरात्र में शनिवार आए तो ठीक वरना किसी भी दिन उस मिट्टी के दीये को किसी नदी या तालाब के किनारे एक गड्डा खोदकर मिट्टी में दबा दें. इस पूरी प्रक्रिया के दौरान जो व्यक्ति इसे करे वह मौन रहे. ऐसा करके चुपचाप घर आ जाएं. कुछ ही दिनों में कर्ज उतरने की स्थिति बनने लगेगी.
– लाल रूमाल का टोटका
नवरात्र के किसी भी दिन एक लाले रूमाल लेकर उसमें गुलाब के पांच फूल, एक चांदी का छोटा सा पत्ता, सवा सौ ग्राम अक्षत और सवा सौ ग्राम गुड़ लें. इस सामग्री को विष्णु-लक्ष्मी के मंदिर में अर्पित करें और अपने कर्ज मुक्ति की प्रार्थना करें. इससे आपके कर्ज में कमी आने लगेगी.
– अष्टमी को करे यह उपाय
नवरात्र की अष्टमी तिथि को सवा पाव मूंग उबालकर उसमें घी और शकर मिलाकर गाय को खिलाएं. धन की आवक बढ़ेगी और कर्ज समाप्त होगा.
– हनुमान जी लगाएंगे बेड़ा पार
नवरात्र की किसी भी तिथि को एक नारियल लें तथा उस • पर चमेली के तेल में सिंदूर घोलकर उससे स्वस्तिक बनाएं. इस नारियल को बेसन के लड्डू या गुड़-चने के साथ हनुमान मंदिर में जाकर अर्पित करें. हनुमानजी से कर्ज मुक्ति की प्रार्थना करें.
– ऋणमोचक मंगल स्तोत्र
नवरात्र के प्रथम दिन से प्रारंभ करके नवमीं तक प्रतिदिन प्रात:काल देवी दुर्गा के समक्ष तेल का दीपक जलाकर ऋणमोचक मंगल स्तोत्र का पाठ करें. अंतिम दिन देवी दुर्गा को शुद्ध घी के हलवे का भोग लगाकर कर्पूर से आरती करें. इससे शीघ्र ही आप कर्ज मुक्त हो जाएंगे और नया कर्ज लेने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी. ऋणमोचक मंगल स्तोत्र का पाठ नवरात्र के बाद भी करते रहेंगे तो कभी कर्ज लेने की नौबत नहीं आएगी.