नई दिल्ली ( तेजसमाचार कार्यालय ) – बीते दिनों दिल्ली सरकार के मुख्य सचिव अंशू प्रकाश के साथ हुई मारपीट के मामले में दिल्ली पुलिस ने सोमवार को दिल्ली के पटियाला हाउस कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर दी .
गौरतलब है कि दिल्ली पुलिस ने इस चार्जशीट में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया सहित तेरह विधायकों को आरोपी बनाया है. पुलिस द्वारा दायर चार्जशीट में उत्तरी जिला पुलिस ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के तत्कालीन सलाहकार वीके जैन को ही मुख्य चश्मदीद गवाह बनाया है. वी.के. जैन ने अपने बयान में आम आदमी पार्टी के विधायक अमानतुल्लाह खां व प्रकाश जारवाल द्वारा मुख्य सचिव को गला दबाकर सात थप्पड़ व घूसे मारने की बात कही थी. वी.के. जैन ने कहा था कि अंशू प्रकाश की जब पिटाई की जाने लगी थी, तब उनका चश्मा जमीन पर गिर गया था.
जानकारी मिली है कि मारपीट मामले में पुलिस ने सबूतों के आधार पर जिस तरीके से मजबूत चार्जशीट तैयार की है, वह केजरीवाल सरकार के लिए मुसीबत बन सकती है.
विदित हो कि विगत 19 फरवरी की आधी रात लगभग 12 बजे मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के सिविल लाइंस स्थित आवास पर मुख्य सचिव के साथ हुई बदसुलूकी व मारपीट की घटना घटित हुई थी. जिसके बाद शिकायत के उपरान्त 21 फरवरी की सुबह सिविल लाइंस थाना पुलिस ने वी.के. जैन से पूछताछ की थी. उस दिन तो वी.के. जैन ने पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की , किन्तु दिल्ली पुलिस ने दुसरे दिन 22 फरवरी को मजिस्ट्रेट के सामने बंद कमरे में उनका धारा-164 के तहत बयान दर्ज करवा दिया था, मजिस्ट्रेट के समक्ष बयान में उन्होंने घटना की पूरी घटना उजागर कर दी थी. तभी पुलिस ने उन्हें केस का मुख्य चश्मदीद गवाह बना लिया था.पुलिस का कहना है कि केजरीवाल ने वी.के. जैन के जरिये ही बार-बार फोन करवाकर मुख्य सचिव को देर रात 12 बजे अपने आवास पर बुलवाया था.
वहीं दूसरी ओर चार्जशीट दाखिल होने पर भाजपा नेता विजेंद्र गुप्ता ने आम आदमी पार्टी पर हमला बोल दिया है. विजेंद्र गुप्ता ने त्वित करते हुए कहा कि चार्जशीट दाखिल होने के बाद अरविंद केजरीवाल ने मुख्यमंत्री पद पर बने रहने का अधिकार खो दिया है.


