रायपुर ( तेजसमाचार प्रतिनिधि ) – छात्रों को बुनियादी कानून और पुलिस की कार्यप्रणाली के बारे में जानकारी देने के लिए छत्तीसगढ़ में पुलिसिंग कोर्स प्रारंभ करने का निर्णय लिया गया है. प्रारंभ में राजधानी रायपुर के पांच स्कूलों में स्टूडेंट पुलिस कैडेट (एसपीसी) नामक नया पाठ्यक्रम पढ़ाया जाएगा. इस पाठ्यक्रम के अंतर्गत विद्यार्थियों को मानवता और सामाजिक गतिविधियों के साथ जोड़कर समाज के लिए उपयोगी नागरिक बनने का प्रशिक्षण दिया जाएगा. यह कार्यक्रम आठवीं व नवमी के विद्यार्थियों के लिए चलाया जाएगा. बाद में इस पाठ्यक्रम का विस्तार करते हुए इसे ग्यारहवीं कक्षा तक लागू किया जायेगा.
इस पाठ्यक्रम के अंतर्गत विद्यार्थियों के नवमी कक्षा उत्तीर्ण करने पर स्टूडेंट पुलिस कैडेट (एसपीसी) के कैंप लगवाए जाएंगे. शिक्षक कम्युनिटी पुलिस आफिसर्स (सीपीओ) और अपर सीपीओ के रूप में काम करेंगे. उन्हें पुलिस की ओर से प्रशिक्षित किया जाएगा. इसके लिए एक वार्षिक गतिविधि कैलेंडर बनाया जाएगा. कैडेटों के प्रशिक्षण का मूल्यांकन करने के बाद उन्हें प्रमाणपत्र दिए जाएंगे. पुलिस योजना प्रबंधन के एडीजी आर.के. विज ने जानकारी दी कि राजधानी के पांच स्कूलों में छात्रों को राष्ट्र, प्रदेश और समाज के प्रति जागरूक बनाने की दिशा में प्रारंभ किए जा रहे. इस प्रोजेक्ट के माध्यम से सरकार की मंशा छात्रों को राष्ट्रीय युवा नीति के उद्दश्यों को ध्यान में रखते हुए राष्ट्र निर्माण में शामिल होने के लिए प्रेरित करना है.
जानकारी दी गई कि स्कूलों को इसके लिए पैसे केंद्र और राज्य सरकार देगी. 60 प्रतिशत अनुदान केंद्र से आएगा और 40 प्रतिशत राज्य शासन देगा. राज्य के बजट में इस कोर्स के लिए अनुदान दे दिया गया है. युवा पीढ़ी कानून, नागरिक भावना, लोकतांत्रिक व्यवस्था का सम्मान और समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन बेहतर तरीके से कर सके, इसके लिए उनके व्यवहार और दैनिक दिनचर्या में बदलाव लाने के लिए प्रदेश में नेशनल कैडेट कोर (एनसीसी) की तर्ज पर छात्र पुलिस कैडेट (एसपीसी) को शुरू किया जा रहा है.
छात्र पुलिस कैडेट अभियान में आठवीं से ग्यारहवीं कक्षा के छात्रों को पुलिस विभाग गृह विभाग, शिक्षा विभाग, परिवहन विभाग, वन विभाग एवं स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर न केवल व्यवस्था से परिचित कराएंगे, बल्कि अलग-अलग परिस्थितियों में वह क्या कदम उठाएं, इसका भी प्रशिक्षण दिलाया जाएगा. छात्र, छात्राओं को कानून का सम्मान करने, अनुशासन बनाए रखने, सामुदायिक भावना, समाज के कमजोर वर्गों के प्रति सहानुभूति विकसित करने के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा. यही नहीं उन्हें परिवार, समुदाय, पर्यावरण के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को मजबूत करते हुए नशा, असभ्य एवं असहिष्णु व्यवहार, सामाजिक बुराईयों के खिलाफ लड़ने के लिए प्रेरित करेगा.