लावारिस लाशों का अंतिम संस्कार करने वाले शरीफ को मिलेगा पद्मश्री
अयोध्या (तेज समाचार डेस्क). पेशे से साइकिल मैकेनिक लेकिन वर्षों से लावारिस शवों का अंतिम संस्कार करके चर्चा में रहने वाले मोहम्मद शरीफ को केंद्र सरकार ने वर्ष 2020 के लिए पद्म पुरस्कार देने का ऐलान किया है। इस साल 7 हस्तियों को पद्म विभूषण दिया जायेगा। सांसद लल्लू सिंह ने अयोध्या के प्रथम पद्मश्री पुरस्कृत मोहम्मद शरीफ ‘चाचा’ को धन्यवाद करते हुए गणतंत्र दिवस के अवसर पर सम्मानित किया।
– सांसद लल्लू सिंह ने मोहम्मद शरीफ ‘चाचा’ को गणतंत्र दिवस पर सम्मानित किया
अयोध्या जनपद के खिड़की अली बेग मोहल्ले के रहने वाले मोहम्मद शरीफ को पद्मश्री सम्मान दिए जाने के खबर से सोशल मीडिया सहित विभिन्न प्लेटफार्मों पर बधाई का क्रम जारी है। जिलाधिकारी अनुज कुमार झा ने शरीफ को कार्यालय में बुलाकर गुलदस्ता भेंट किया। इस वर्ष पद्म पुरस्कारों की सूची में कुछ ऐसे भी नाम हैं जिन्होंने बिना चर्चा में रहकर अपना काम बखूबी किया। उन्हीं में से एक हैं लावारिस शवों का अंतिम संस्कार करके चर्चा में रहने वाले मोहम्मद शरीफ। वह इस सम्मान से बेहद अभिभूत हैं। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने मेरी सेवाओं की कद्र कर मुझे यह सम्मान दिया है। इस सरकार ने बिना किसी भेदभाव के निर्णय किया है। मैं चाहता हूं कि यह सरकार सत्ता में बनी रहे और जैसी जनहित की योजना चला रही है, उसमें और बढ़ोतरी करें। हम समाज सेवा के इस कार्य को और अधिक मनोबल के साथ अब करेंगे।
– पद्मश्री के लिए नामित होने पर बोले मोहम्मद शरीफ-हमारे बेटे की हत्या ने सब कुछ बदल दिया
उन्होंने कहा कि हमारे बेटे की हत्या ने सब कुछ बदल दिया। लावारिस शवों की अंत्येष्टि के पीछे की कहानी यहीं से शुरू होती है। शरीफ का एक बेटा मेडिकल सर्विस में था। एक बार वह फैज़ाबाद से सुल्तानपुर गया था जहां उसकी हत्या करके शव को कहीं फेंक दिया गया था। शरीफ ने कहा कि बेटे को हमने और हमारे परिजन ने उसे बहुत खोजा पर लाश तक नहीं मिली। उसी के बाद शरीफ ने लावारिस शवों को ढूंढ-ढूंढकर उसका अंतिम संस्कार करने का प्रण लिया था। अब पुलिस उन्हें लावारिस लाशों के लिए सूचना भी देती हैं। अब तक वह सैकड़ों लाशों का अंतिम संस्कार कर चुके हैं।
सांसद लल्लू सिंह ने अयोध्या के प्रथम पद्मश्री पुरस्कृत मोहम्मद शरीफ ‘चाचा’ को धन्यवाद करते हुए गणतंत्र दिवस के अवसर पर सम्मानित किया।