पुणे (तेज समाचार डेस्क). पूरे विश्व में कोरोना का प्रकोप बढ़ता ही जा रहा है. प्रतिदिन सैकड़ों-हजारों की तादात में मरीजों का इजाफा हो रहा है. मृतकों का आंकड़ा भी बढ़ता ही जा रहा है. ऐसे में सर्वाधिक जोखिम उन लोगों के लिए है, जो लॉकडाउन के दौरान अपने कर्तव्य का पालन कर रहे हैं, पूरी शिद्दत के साथ ड्यूटी निभा रहे हैं. खबरों के अनुसार कई डॉक्टर्स, नर्स, पुलिसकर्मी आदि कोरोना से संक्रमित हुए है. यहां हम आपको पुणे की एक खबर से रूबरू करा रहे हैं, जहां आठ पुलिसकर्मी कोरोना संक्रमित हुए, लेकिन इनमें से एक कर्मी की सोमवार को मौत हो गई. बताया जाता है , 55 वर्षीय एएसआई पुणे पुलिस बल में तैनात था. जिस पुलिस थाने में उनकी तैनाती थी, उस थाने के कुल आठ पुलिस कर्मचारी भी कोरोना से संक्रमित रहने की जानकारी सामने आई है. फिलहाल अन्य 7 कर्मचारियों का इलाज जारी है.
– डिस्चार्ज मिलने के बाद फिर हुआ भर्ती
एएसआई को कोरोना पर काबू पाने के बाद हाल ही में अस्पताल से डिस्चार्ज मिला था. घर पर रहने के दौरान उनकी तबियत बिगड़ने के कारण पिछले सप्ताह उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था. उनका टेस्ट कोरोना पॉजिटिव था. उन्हें डायबिटीस और ब्लडप्रेशर की शिकायत भी थी. इलाज के दौरान आज उनकी मौत हो गई. इस घटना की जानकारी मिलते ही पूरे पुलिस महकमे में खलबली मच गयी है. मौत की खबर मिलते ही तमाम वरिष्ठ पुलिस अधिकारी अस्पताल पहुंच गए.
– पिछले सप्ताह कई अस्पतालों में भटकने के बाद मिला इलाज
बताया जा रहा है कि पिछले सप्ताह तबियत बिगड़ने के कारण जब एसएआई को उसके परिवार द्वारा पास के निजी अस्पताल में ले जाया गया. तब उन्हें यह कहते हुए अस्पताल में भर्ती नहीं किया गया कि उस समय कोई वेंटिलेटर नहीं था. इसके अलावा एक अन्य अस्पताल ने भी उनके इलाज से इनकार कर दिया था. नतीजन तीन से चार घंटे तक उनका परिवार उनके इलाज के लिए यहां- वहां मदद मांगता रहा. पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी की मदद से बाद में उन्हें भारती विद्यापीठ अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां आज उनकी मौत हो गई.