पुणे (तेज समाचार डेस्क). कोरोना के बढ़ रहे और प्रभाव को देखते हुए डॉक्टर मां और कंप्यूटर इंजीनियर पिता ने 5 साल के अपने बच्चे को गांव में उसकी दादी के पास रखा, ताकि कोरोना वायरस की बढ़ती घटनाओं और अस्पताल में रोगी के संपर्क में आने से उसका बच्चा संक्रमित न हो. डेढ़ महीने के बाद माता-पिता शुक्रवार की रात कार से गांव के लिए रवाना हुए, लेकिन वो अपने बच्चे से मिल नहीं पाए. दोनों जिस कार से जा रहे थे वह कार उंब्रज गांव के बाहरी इलाके में दुर्घटनाग्रस्त हो गई. हादसे में दोनों की मौत हो गई.
– मेडिकल एसोसिएशन ने दी श्रद्धांजलि
हादसे के मृतकों के नाम डॉ. अनुजा गावडे (35) और अमित गावडे (38) दोनों ग्रीन फिल्ड सोसायटी, हडपसर, पुणे में रहते थे. डॉ गावडे का क्लिनिक भी यहां है, जबकि अमित खराड़ी की एक प्रतिष्ठित आईटी कंपनी में कंप्यूटर इंजीनियर के रूप में काम कर रहा था. डेढ़ माह के अंतराल के बाद अपने जिगर के टुकड़े को मिलने निकली इस दंपति की बेटे से मिलने की इच्छा अधूरी ही रह गई. उनकी इस तरह से मौत की खबर फैलते ही उनके मूल ग्राम बेलगांव और हड़पसर में शोक व्याप्त हो गया है. हडपसर मेडिकल असोसिएशन की ओर से इस दंपति को श्रद्धांजलि अर्पित की गई.