तिरुवनंतपुरम (तेज समाचार डेस्क). कुछ लोग होते है, जिनके कर्मों से कहावतें-मिसाले बनती हैं और कुछ लोग उन कहावतों को सही साबित कर दूसरों के लिए भी प्रेरणा बन जाते हैं. एक मिसाल है, “मंजिले उन्हीं को मिलती हैं, जिनके सपनों में जान होती है, पंख से कुछ नहीं होता हौसलों से उड़ान होती है.” मतलब यदि इरादे मजबूत हों, तो आपको मंजिल हासिल करने से कोई नहीं रोक सकता. कुछ ऐसा ही जज्बा है पायल कुमारी का भी. पायल कुमारी वैसे तो बिहार की रहनेवाली है, लेकिन वर्तमान में वह अपने मजदूर पिता के साथ केरल में रह रही है. हाल ही में पायल कुमारी ने महात्मा गांधी यूनिवर्सिटी में टॉप किया है. वह भी तब जबकि एक वक्त उनके पास कॉलेज की फीस भरने तक के पैसे नहीं थे. इतना ही नहीं, अब उनकी निगाहें सिविल सेवाओं में किस्मत आजमाने पर हैं.