पुणे (तेज समाचार डेस्क). डिजिटल लोन देने से जुड़े फ्रॉड के मामले में तेलंगाना पुलिस ने पुणे स्थित एक कॉलसेंटर का भंडाफोड़ किया है. इस मामले में एक चीनी महिला सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है. इस मामले में तीसरे चीनी नागरिक की गिरफ्तारी है. गिरफ्तार किए गए आरोपियों में परशुराम लहू तकवे, उसकी पत्नी और चीनी नागरिक लियांग तियानतियान, कॉल सेंटर एचआर मैनेजर एस के आकिब शामिल हैं.
– मोबाइल ऐप के माध्यम से तुरंत लोन का झांसा
हैदराबाद और तेलंगाना के अन्य इलाकों में मोबाइल ऐप के जरिए तुरंत लोन देने वाली कंपनियों पर कार्रवाई जारी है. तेलंगाना पुलिस ने इसी सिलसिले में पुणे में उक्त कॉल सेंटर में छापेमारी की है. यहां से पुलिस ने 101 लैपटॉप, 106 मोबाइल फोन, कई सारे दस्तावेज जब्त किए हैं. इसके साथ ही उनके बैंक अकाउंट से भी एक करोड़ 42 लाख रुपये जब्त किए गए हैं. साथ ही एक चीनी महिला सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
– हैदराबाद के व्यक्ति की शिकायत पर कार्रवाई
तेलंगाना पुलिस ने बताया कि उक्त तीनों की गिरफ्तारी हैदराबाद के एक व्यक्ति की शिकायत पर की गई, जिसके मुताबिक ऑनलाइन लोन ऐप कंपनी ऊंचे ब्याज दर पर कर्ज की रकम लौटाने का दबाव बनाने के लिए उसका उत्पीड़न कर रही थी. इस मामले में अब तक एक चीनी महिला सहित चार लोगों की गिरफ्तारी हुई है. डिजिटली लोन देने से जुड़े फ्रॉड में लियांग की गिरफ्तारी के साथ ही चीन के नागरिकों की संख्या तीन हो गई है.
– अवैध रूप से ऐप्स का इस्तेमाल
25 दिसंबर को साइबराबाद पुलिस ने शंघाई के निवासी यी बाई उर्फ डेनिस को गिरफ्तार किया था. उस पर फौरन लोन देने वाले 11 ऐप्स को अवैध तरीके से चलाने का आरोप था. वह काफी अधिक ब्याज दर पर लोन देता था. इसी तरह अक्टूबर में भी एक चीनी नागरिक की गिरफ्तारी हुई थी. गौरतलब है कि पुलिस ने पिछले एक महीने में ऐसी ऐप आधारित कंपनियों के उत्पीड़न से कथित तौर पर तंग आकर एक इंजीनियर सहित तीन लोगों द्वारा आत्महत्या करने की घटना के बाद यह कार्रवाई शुरू की. पुलिस आयुक्त महेश एक भागवत ने बताया कि कॉलसेंटर में इस समय 650 कर्मचारी काम कर रहे हैं, जिन्हें लोन लेने वाले लोगों, उनके रिश्तेदारों एवं दोस्तों को अपने निजी मोबाइल फोन से कॉल कर ब्याज सहित लोन चुकाने के लिए दबाव बनाने की जिम्मेदारी दी गई थी.