मुंबई (तेज समाचार डेस्क). शिक्षा के दौरान अधिकांश बच्चों का ध्यान केवल पढ़ाई पर रहता है. वे समाज सेवा एवं धार्मिक कार्यों में रुचि नहीं लेते हैं. लेकिन कुछ ऐसे भी बच्चे होते हैं, जो शिक्षा के साथ ही समाजसेवा एवं धार्मिक कार्यों में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेते हैं. ऐसे विद्यार्थियों में उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्रों का नाम लिया जा सकता है. जो इस समय गंगा, यमुना एवं सरस्वती तट पर लोगों की सेवा में तत्पर हैं.
इन विद्यार्थियों के साथ ही इलाहाबाद हाईकोर्ट में प्रैक्टिस करने वाले कई युवा वकील भी शामिल हैं. ये लोग दिन भर पढ़ाई एवं प्रैक्टिस करने के बाद शाम को गंगा तट पर पहुंच जाते हैं. और कड़ाके की सर्दी में लोगों के भोजन एवं रहने की व्यवस्था में जुट जाते हैं. सुबह भी श्रद्धालुओं की सेवा में लगे रहते हैं. इसके बाद अपनी-अपनी जिम्मेदारियों को निभाने के लिए संगम तट से निकल जाते हैं. ये बच्चे खुद भोजन बनाने एवं सामग्री की खरीददारी की जिम्मेदारी उठाते हैं. विराट सेवा संस्थान के अध्यक्ष अशोक पांडेय के नेतृत्व में युवाओं की टीम एक माह से गंगा तट पर श्रद्धालुओं की सेवा में जुटी हैं.
अशोक पांडेय ने बताया कि उपाध्यक्ष एडवोकेट आरपी शुक्ला, कोषाध्यक्ष अविनाश मिश्रा, संयोजक अभिषेक तिवारी, एड. आरपी शुक्ला, शिवम पांडेय, सत्यम पांडेय, टिन्कू, आदर्श मोहन पांडेय पूर्व अध्यक्ष इलाहाबाद डिग्री कालेज, आदर्श मिश्रा, सुशील चौबे, सचिन सिंह, नवीन मिश्रा, चंदन यादव, शुभम मिश्रा, अविनाश यादव, सतीश सोनी, प्रशांत सोनी, प्रदीप पांडेय आदि विराट सेवा संस्था की ओर से हर वर्ष कुंभ के दौरान संगम में शिविर लगाए जाते हैं. इसमें श्रद्धालुओं के खाने एवं रहने की निशुल्क व्यवस्था की जाती है. खास बात यह कि मुंबई में सामाजिक, शैक्षणिक एवं धार्मिक गतिविधियों में संलग्न विराट सेवा संस्था के सैकड़ों कार्यकर्ता मुंबई से शिविर व्यवस्था के लिए प्रयागराज पहुंचे हैं. ये कार्यकर्ता हर वर्ष माघ के महीने में पहुंचते हैं. एक माह कल्पवास शिविर की व्यवस्था देखते हैं. उत्तर प्रदेश के कार्यकर्ता भी बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेते है. राशन की आपूर्ति ग्रामीण क्षेत्रों से होती है.