जामनेर – भुसावल सड़क पर लूटपाट का प्रयास
जामनेर (नरेंद्र इंगले): 17 – 18 मार्च की आधी रात 1 बजे भुसावल से जामनेर के दौरान मांडवा फाटा से गंगापुरी तक तीन किलोमीटर घने जंगल का फायदा उठाकर अनजान लुटेरो ने ताबड़तोड़ कई वाहनो पर पथराव कर लूटने का प्रयास किया है . लूटपाट के वारदात को अंजाम देने के लिए अज्ञातो द्वारा बिछाए गए जाल को भेदकर सहीसलामत गारखेड़ा पहुँचे चश्मदितो के अपने अनुभव काफी डरावने रहे . कुछ ट्रक वालो को लुटेरो का साक्षात्कार हो गया . उनके मुताबिक कुछ 10 – 12 लोग थे सड़क के बीचोबीच मुरुम की पूरी ट्राली उलेडकर रास्ता बंद कर दिया गया था . लोडेड गाड़िया जब अवरोध को रौंदकर निकलने की कोशिश करने लगी कि तभी जंगल से पथराव शुरू हो गया . कुछ लुटेरे चिल्लाते हुए ट्रक के पीछे भागने लगे . पथराव मे गाडियो के शीशे टूट गए क्लीनर और ड्राइवर को चोटे भी आयी . कुछ वाहन इस वारदात की चपेट मे आ गए ड्राइवर्स के साथ लुटेरो ने मारपीट कर लूटने की कोशिश की . रात 12 से 1 बजे के बीच यह तांडव चलता रहा . यह इलाका भुसावल पुलिस के कार्यक्षेत्र मे आता है . मांडवा के पास पुलिस चौकी है पर वहां महकमे से कोई तैनाती नही थी . भुसावल ग्रामीण पुलिस की नाइट पेट्रोलिंग टीम क़ुर्हे गांव मे मौजूद थी यह गांव मौका ए वारदात से महज 7 किलोमीटर दूरी पर है . जामनेर तहसिल के गारखेड़ा से घटनास्थल 10 किलोमीटर की दूरी पर है . जैसे ही लूटपाट की खबर गारखेड़ा पहुची वैसे वाहनधारको ने एकसाथ मिलकर अपने अपने गंतव्य की ओर बढ़ने की सतर्कता बरतने की आम सहमति बना ली . सूचना मिलते ही रात 1 बजे जामनेर की पुलिस पेट्रिलिंग पार्टी गंगापुरी की ओर निकली . अगली सुबह किसी भी अप्रिय घटना की पुष्टि नही हुई . जंगल का यह हिस्सा जिसे 12 नम्बरी कहा जाता है उसमे टीलो और घनी झाड़ियों की आड़ मे अज्ञातो ने 1990 के दशक मे आतंक के बूते दहशत बना रखी थी तब लूट की कई वारदातो को अंजाम दिया गया . फिर सड़क चौड़ी हुई यातायात बढ़ा मांडवा मे पुलिस चौकी भी बन गई . रोड क्राइम बंद सा हो गया लेकिन आज की इस घटना ने पुराने दिनो की स्मृतियो को ताजा कर दिया है .