बिल गेट्स जैसा बनाने का सपना हर कोई देखता है, लेकिन हर कोई उनके जैसा हो नहीं सकता। बिल गेट्स दुनिया के सबसे रईस आदमी है। साथ ही वह दुनिया के सबसे बड़े दानी भी है। बिल गेट्स की संपत्ति 84.2 अरब डॉलर है। उन्होंने अपनी संपत्ति का एक बड़ा हिस्सा (27 अरब डॉलर) दान कर दिया है। कुछ कुछ ऐसा ही मामला हमारे जोधपुर के श्री निर्मल जी गहलोत का भी है ।
मैं यह तो नही कह सकता कि वे जोधपुर के सबसे रईस व्यक्ति हैं । लेकिन हाँ आज की तारीख में अगर जोधपुर में परोपकार और दान की बात की जाए तो सबसे पहला नाम श्री निर्मल गहलोत का ही आता है ।
तो सबसे पहले जान लेवें कि आज निर्मल जी भाईसाहब का जिक्र इस पोस्ट में कैसे आया? असल मे अभी देर शाम समाचार आया कि राजस्थान के सबसे बड़े कोचिंग संस्थान “उत्कर्ष क्लासेज” के निदेशक श्री निर्मल गहलोत ने मुख्यमंत्री कोविड-19 सहायता कोष में 21 लाख का सहयोग दिया है । आज सुबह ही जब मैं निर्मल जी का फेसबुक पर लाइव देख रहा था तब उन्होंने बातों बातों में जिक्र किया था कि एक सरकारी अधिकारी का फोन आया है और मैंने उन्हें सहायता का वचन दिया है लेकिन मुझे मालूम नहीं था की निर्मल जी ने एक ही क्षण में इतनी बड़ी राशि की सहायता की हामी भरी है।
साहित्य में वीर रस के अंतर्गत चार प्रकार के जो वीर गिनाए गए हैं उनमें एक दानवीर भी है ।और हिंदी साहित्य में MA करने वाले निर्मल जी भाईसाहब निश्चित रूप से बड़े दानवीरों की श्रेणी में आते हैं ।आपकी जानकारी के लिए पिछले माह ही अपनी वैवाहिक वर्षगाँठ के अवसर पर निर्मल जी ने ‘बाल बसेरा सेवा संस्थान’ को 21 लाख का चेक भेंट किया था। साथ ही आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित एक पूर्णतः एयरकंडीशनड रक्त संवाहन वाहन (Fully Equipped AC Ambulance) जोधपुर शहर के सबसे बड़े महिला एवं शिशु अस्पताल ‘उम्मेद अस्पताल’ को भेंट किया था। इसके अलावा भी निर्मल जी वर्ष भर अनेक सामाजिक संस्थाओं को लाखों का आर्थिक सहयोग देते रहते है।
पूरे भारतवर्ष में शैक्षिक तकनीकी एवं नवाचारों की क्रान्ति फैलाने वाले शिक्षाविद, भामाशाह एवं समाजसेवी निर्मल गहलोत ने ‘कोरोना’ विषाणु जनित वैश्विक महामारी के खिलाफ लोगों को सोशल मीडिया पर जागरूक करने का अभियान तो बहुत पहले से चला रखा था। लेकिन आज इस महामारी से युद्ध स्तर पर निबटा जा सके इस हेतु सरकार की मुहिम का खुले दिल से समर्थन कर आज कलेक्टर कार्यालय में उन्होंने , 21 लाख आर्थिक सहायता हेतु जो चेक भेंट किया है, उसने उनके प्रति प्रत्येक जोधपुरवासी के दिल मे एक विशेष सम्मान पैदा किया है।
उल्लेखनीय है कि गहलोत ने इस आपदा के चलते कोचिंग, कॉलेजों के बन्द के चलते विद्यार्थी तनाव में नहीं आये इस हेतु रोजाना की 250 घण्टों की ऑनलाइन कक्षाएं निःशुल्क चलाने का निर्णय लिया था। उन कक्षाओं को देश भर में सराहा गया। अभी फैकल्टी एवं स्टॉफ की सुरक्षा को देखते हुए सभी 300 सदस्यीय स्टॉफ को सवैतनिक अवकाश दिया गया है। लेकिन कुछ ऑनलाइन कक्षाएँ विद्यार्थी हित के लिए अभी भी संचालित हैं।
शिक्षा एवं समाज सेवा के लिए सदैव समर्पित रहे हैं श्री निर्मल गहलोत और उनके छोटे भाई श्री तरुण गहलोत का दिल की गहराइयों से आभार