जामनेर (तेज समाचार डेस्क). जामनेर शहर मे आए दिन बदल रहे गैंगनुमा यूथ कल्चर के परिणाम साफ़ तौर पर दिखायी पड़ने लगे हैं. सोमवार 8 अक्टूबर की शाम करीब 4 बजे बस स्टैंड पर किसी सामान्य बात को लेकर दो युवको के बीच हुई बहस ने इतना विक्राल स्वरूप धारण कर लिया कि जिसके बाद दोनों गुटों में गंभीर झड़प हो गयी. स्टैंड के बाहर फ़ोरलेन पर हुई इस मारपीट में दोनों गुटों द्वारा जहां जमकर लात घूंसे चले, वहीं जिसके हाथ में जो चीज आयी उसे उठाकर लडके एक दूसरे को मारने के लिए आमादा हो गए. यहीं नहीं कुछ दुकानदारों के मुताबिक तो झगड़ाखोरों ने मारपीट के लिए उनके दुकानों से कुछएक साजोसामानो पर भी हाथ डालने का प्रयास किया. मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों पक्षों के उपद्रवियों की धरपकड की कोशिश की. विश्वसनीय सूत्रों ने तो यहां तक बताया कि दिनदहाडे सीसीटीवी कैमरों के सामने फ़लफूल रहे इस आतंक में चाकूबाजी भी की गयी. जिसमें किसी को चोटे भी आयी है. चश्मदीदों के मुताबिक यह झड़प ग्रामीण छात्रों और स्थानीय युवकों के बीच हुई है. सीसीटीवी फुटेज के आधार पर इस वारदात की गंभीरता की व्यापक चिकित्सा की जा सकती है. वैसे तो स्टैंड परीसर में सार्वजनिक सुरक्षा के चलते पुलिस के नुमाइंदे अपनी पैनी नजर बनाए होते है, लेकिन उक्त वारदात में वक्त की नजाकत ने किसी अहतियात को मौका ही नहीं दिया.
इससे पहले भी कई बार बीच सड़क भीड़तंत्र के सामूहिक दहशत की कई घटनाएं घट चुकी है. इस बैड मौब फ़ाइट से जहां आम नागरिंकों में अपनी सुरक्षा को लेकर असहजता की मानसिकता पनप रही है. वही आधुनिक हिंदी फील्मों में दर्शाए जाते गैंगबाजी की कल्पनावाले सिन्स से प्रेरित होकर तेजी से बदल रहे यूथ कल्चर की गतविधियों को लेकर बुद्धिजीवियों में चिंता का विषय बना हुआ है. अभी तो अभिभावकों समेत अमन पसंद नागरिकों में यह मांग की जा रही है कि कथित बैड कल्चर को खत्म करने के लिए कठोर कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए.