देश में सर्वत्र लॉकडाउन है. सड़कें सूनी हैं. कोई आवाजाही नहीं है. ऐसे में 5-5 गाड़ियों में 23 लोगों को सातारा जिले के पर्यटन स्थल महाबलेश्वर जाने की छूट आखिर कैसे मिल गई? यह डीएचएफएल कंपनी का वह वाधवान परिवार है, जिस पर 30 हजार करोड़ के घोटाले का आरोप है. एडीजी स्तर के प्रधान गृह सचिव अमिताभ गुप्ता ने इन्हें अपना ‘पारिवारिक मित्र’ बताकर सैर-सपाटा करने के लिए ही वीवीआईपी पास जारी किया था. इसलिए ये लोग खंडाला से महाबलेश्वर पहुंच गए. ये वही लोग हैं जिन्होंने आपका और हमारा पैसा लूटा है. जिन को जेल में होना चाहिए, वे पिकनिक मना रहे थे. कैसा है देश का कानून, जिसे तोड़ने की खुली छूट घोटालेबाजों को मिल जाती है और आम आदमी अभाव में दम तोड़ता नजर आता है!