पुणे (तेज समाचार डेस्क). पिछले 10 महीने से देश में कोरोना संक्रमण फैलने से 30 से 35 फीसदी नागरिकों में रोग प्रतिरोधक शक्ति का निर्माण हो गया है. यह संभावना व्यक्त की जा रही है. साथ ही अधिकांश लोगों में पहले से ही रोग प्रतिरोधक शक्ति है. छोटे बचों को कम खतरा है. ऐसे में देश के प्रत्येक व्यक्ति को वैक्सीन नहीं लेनी होगी.
विशेषज्ञों का कहना है कि भविष्य में मरीज कितने मिलते हैं और सिरो सर्वे में कितने लोगों में रोग प्रतिरोधक शक्ति का निर्माण हुआ है, यह जानकारी सामने आती है, तो इसके अनुसार वैक्सीकरण की योजना बनानी होगी. फाइजर कंपनी के पूर्व उपाध्यक्ष ने कोरोना संक्रमण कम होने की बात बताते हुए अब वैक्सीन की जरूरत नहीं होने का दावा किया है. साथ ही आईसीएमआर ने देश के हर व्यक्ति को वैक्सीन की जरूरत नहीं होने की बात स्पष्ट की है. ऐसे में वैक्सीकरण का मुद्दा फिर से चर्चा में आ गया है.
इस विषय में जनआरोग्य अभियान के डॉ. अनंत फडके ने बताया कि वैक्सीन कब आएगी, यह फिलहाल साफ नहीं है. तब तक अधिकांश लोगों में रोग प्रतिरोधक शक्ति का निर्माण हो जाएगा. कुछ अध्ययनकर्ता और विशेषज्ञों की राय के मुताबिक 30 से 35 फीसदी लोगों में रोग प्रतिरोधक शक्ति का निर्माण हुआ है.