देवलगांव गुजरी बना अवैध धंधो का डेस्टिनेशन
जामनेर (नरेंद्र इंगले): मराठवाड़ा और विदर्भ की सीमा पर बसा खानदेश का आखिरी गांव देवलगांव गुजरी इन दिनो अवैध धंधो का डेस्टिनेशन बनकर उभरा है . पहुर पुलिस थाने के अंतर्गत आने वाले इस गांव के कानून व्यवस्था की जिम्मेदारी फत्तेपुर पुलिस आउट पोस्ट की है . देवलगांव मे जो जुए के अड्डे चलाए जाते है उनके कलेक्शन और संचालन से सैकड़ो परिवारो की रोजीरोटी चलती है . रेकॉर्ड के अनुसार यहां का क्राइम रेट कंट्रोल रखा गया है . मार्च महीने के अंत मे पुलिस द्वारा जो कार्रवाईयां की जाती है वह केवल कागजी खानापूर्ति का हिस्सा है . तीन प्रादेशिक विभागो के बीच जामनेर तहसिल मे बसे इस गांव मे जुआ , सट्टा , शराब की भट्टियां जैसे तमाम अवैध कारोबार लेनदेन के बलबूते फलफूल रहे है . उक्त मसले को लेकर मीडिया मे आने वाली खबरो से प्रशासन को कानून व्यवस्था की कुछ जानकारी मिलती रहती है . जिसके बाद प्रतिबाधक कार्रवाई कर वरिष्ठ अधिकरियो के समक्ष रिपोर्ट फाइलिंग की जाती है . जिला पुलिस अधीक्षक प्रवीण मुंढे के तबादले की आशंका को सूत्रो के हवाले से हवा मिल रही है . जिसके चलते लोकल प्रशासन द्वारा देवलगांव , पहुर , फत्तेपुर के अवैध धंधो पर ठोस एक्शन प्लान को अमल मे नही लाया जा सका है .
कांग्रेस का धरना – प्रदेश कांग्रेस के आदेश के चलते ब्लाक अध्यक्ष शरद पाटील ने केंद्र सरकार की तमाम नीतियो की मुखालफत मे एक दिन का धरना दिया . इस धरने मे उपस्थित पुराने कांग्रेसियो ने अपनी पार्टी निष्ठा का प्रमाण प्रस्तुत किया . वही हमेशा की तरह जैसे मीडिया का जमघट लगा वैसे सुर्ख़ियो की चाह रखने वाले प्रभावशाली नेताओ , प्रवक्ताओ की भीड़ से पंडाल भर गया . जो फोटोसेशन के बाद एक घंटे मे खाली भी हो गया . कांग्रेस मे हवा हवाई नेताओ की कोई कमी नही है . इस बीच जमीनी हकीकत से रूबरू होकर बतौर कांग्रेस ब्लाक अध्यक्ष शरद पाटील का कामकाज काफी सराहनीय रहा है .