नंदुरबार में रेनकोट पहनकर मरीजों का इलाज कर रहे डॉक्टर
कोरोना से बचने जुगाड़ का सहारा
नंदुरबार ( जुनैद शेख). देश में कोरोना संक्रमण के बीच डॉक्टर और मेडिकल स्टाफ लगातार मरीजों के इलाज में जुटे हैं। इस बीच, महाराष्ट्र के नंदुरबार से बेहद हैरान करने वाली तस्वीर सामने आई है। यहां गुजरात की सीमा से सटे नवापुर इलाके में कई प्राइवेट क्लीनिक में डॉक्टरों के पास कोरोना संक्रमण से बचने के लिए सेफ्टी सूट और फेस मास्क तक नहीं हैं। यहां संक्रमण से बचने के लिए डॉक्टर रेनकोट पहनकर मरीजों का इलाज करने को मजबूर हैं। यही नहीं, कई हॉस्पिटल और क्लीनिक में मेडिकल स्टॉफ को पर्दे और चादर फाड़कर फेस मास्क तैयार करने पड़े हैं।
मार्केट में नहीं मिली सेफ्टी ड्रेस
नंदुरबार में अभी तक कोरोना संक्रमण का कोई मामला सामने नहीं आया है। हालांकि, पूरे महाराष्ट्र में संक्रमण रोकने के लिए कर्फ्यू लगाया गया है। बचाव के लिए रेनकोट पहनने के सवाल पर डॉक्टरों का कहना है कि नंदुरबार जिले में कोरोना सेफ्टी ड्रेस नहीं मिल रही है। मरीजों का इलाज करना जरूरी है, इसलिए अपनी और उनकी सेफ्टी के लिए वे यह तरीका अपना रहे हैं। नवापुर के सरकारी अस्पताल के एक अधिकारी ने बताया कि मास्क न मिलने की वजह से अस्पताल की चादर फाड़कर मास्क बनाने पड़े हैं।
गुजरात से आ रहे लोगों की भी नहीं हो रही जांच
नंदुरबार जिला महाराष्ट्र और गुजरात की सीमा पर है। बॉर्डर पर गुजरात की स्वास्थ्य विभाग की टीम आने-जाने वाले लोगों की थर्मल मशीन से जांच कर रही हैं। हालांकि, नंदुरबार स्वास्थ्य विभाग के पास थर्मल मशीन न होने की वजह से यहां का स्वास्थ्य विभाग सिर्फ रजिस्टर में लोगों के नाम लिख रहा है।।
जिलाधिकारी ने कहा- समस्या जल्द सुलझाएंगे
डॉक्टरों ने कोरोना संक्रमण के खतरे से बचाव के लिए जिला प्रशासन से सुरक्षा किट देने की मांग की है। इस पर नंदुरबार की जिलाधिकारी वसुमना पंत ने कहा कि जल्द ही स्वास्थ्य विभाग को थर्मल मशीन, ग्लव्स और सैनिटाइजर उपलब्ध कराए जाएंगे।