रामगढ़ (तेज समाचार डेस्क). रामगढ़ थाना क्षेत्र के बिंझार में बुधवार शाम को एक एक्सप्लोसिव वैन यानी बारूद ढोने वाली गाड़ी ने सड़क किनारे चल रहे चार बच्चों को कुचल दिया. हादसे में दो बच्चों की मौके पर ही मौत हो गई जबकि दो अन्य गंभीर रूप से घायल हैं. घटना के बाद रामगढ़ थाना पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए बच्चों को रौंदने वाले एक्सप्लोसिव वैन को कब्जे में ले लिया है. हालांकि वैन का चालक भागने में सफल रहा है.
– ट्यूशन पढ़ कर लौट रहे थे बच्चे
रामगढ़ थाना प्रभारी विपिन कुमार ने बताया कि अरगड्डा की ओर से एक्सप्लोसिव वैन रामगढ़ की ओर आ रही थी. बिंझार बस्ती के पास ट्यूशन पढ़कर लौट रहे चार बच्चों को आज शाम वैन ने रौंद दिया. हादसे में दो सगी बहनों की मौके पर ही मौत हो गई. जबकि दो अन्य की हालत गंभीर बनी हुई है. मृतकों में बिंझार निवासी सुनील यादव की बेटी सपना और नीतू शामिल हैं जबकि घायलों में सुनील की तीसरी बेटी छोटी कुमारी और देवचंद दास के पुत्र अनुज कुमार शामिल हैं. थाना प्रभारी ने बताया कि दोनों घायलों को सीसीएल अस्पताल नई सराय में प्राथमिक उपचार के बाद रिम्स रेफर किया गया है.
– मेरी तीन बेटियों को रौंदा है, उसे पुलिस करे गिरफ्तार
बिंझार में इस दर्दनाक सड़क हादसे में दो बेटियों को खो चुकी मां की चीत्कार से पूरा हॉस्पिटल गूंज उठा. दुर्घटना में सुनील यादव की दो बेटियों की मौत हो गई और एक जिंदगी से जूझ रही है. यह पूरा मंजर जब उनकी मां के सामने गुजरा तो उसकी चीख वहां मौजूद हर व्यक्ति के कानों में गूंज उठी. हादसे के बाद गुस्से से बौखलाई उस मां ने कहा कि मेरी तीन बेटियों को वैन ने रौंदा है. पुलिस उसके ड्राइवर को जल्द गिरफ्तार करे. साथ ही उसने गाड़ी मालिक पर भी कार्रवाई करने की मांग की है. उसने कहा कि गाड़ी एक प्रसिद्ध व्यवसाई की है. इस मामले में पुलिस उन पर भी कार्रवाई करे.
– सड़क किनारे चल रहे थे बच्चे
बिंझार सड़क हादसे में गंभीर रूप से घायल सात वर्षीय छोटी ने कहा कि मैं तो ट्यूशन पढ़ कर लौट रही थी. मैं सड़क के किनारे ही चल रही थी. ट्रक ही सड़क पर नहीं चल रहा था. वह पूरी तरीके से अनियंत्रित था. ट्रक सड़क से नीचे उतरा और हम सभी को टक्कर मार दी. सात वर्षीय छोटी के सामने उसकी बड़ी दीदी सपना और नीतू की लाश पड़ी थी. इस मंजर ने उसे अंदर से हिला कर रख दिया था. उसने सिर्फ यही कहा कि ट्रक ड्राइवर की गलती से वे लोग जिन्दगी से जूझ रहे हैं. वह डॉक्टरों से खुद को बचाने की गुहार लगा रही थी.