( विशाल चड्ढा ) – कोरोना के समय डर व लॉकडाउन के वातावरण में घरों के पिजरों में कैद हो चुकी जनता को स्वस्थ्य व् हास्य से भरपूर मनोरंजन ओटीटी प्लेटफोर्म की वेबसीरीज के माध्यम से एक नया प्रयोग चलन में आया. इसी प्रयोग के माध्यम से फिल्म निर्देशक खुखरायण संजीव चड्ढा ने घर घर में अपने निर्देशन की पहचान बना ली. थ्रिल, रोमांच, से परे खुखरायण संजीव चड्ढा ने अपनी टीम के साथ मिलकर शुभ मंगल में दंगल वेब सीरीज के माध्यम से एक यादगार मनोरंजन परोसा. बुंदेलखंड के ओरछा में कोरोना के समय शुभ मंगल में दंगल वेब सीरीज का निर्देशन करके खुखरायण संजीव चड्ढा ने स्थानीय परम्पराओं, रीती रिवाजों व् समुदायों के बीच तालमेल का जो मिश्रण प्रस्तुत किया वह काफी गुदगुदाने वाला था.
हाल ही में खुखरायण संजीव चड्ढा को मुंबई के लोखंडवाला काम्प्लेक्स में आयोजित एक कार्यक्रम में अंतर्राष्ट्रीय फिल्म एंड टेलीविजन अवार्ड से सम्मानित किया गया. संजीव को यह पुरस्कार ओटीटी प्लेटफोर्म की विभिन्न वेबसीरीज के कुशल निर्देशन के लिए दिया गया. उनके द्वारा निर्देशित वेब सिरीज़ के लेखक रजत व्यास को भी पुरस्कार से सम्मानित किया गया.
करनाल, हरियाणा में 18 सितंबर 1973 को जन्में खुखरायण संजीव चड्ढा बचपन से ही संगीत, नाटक व् कला के प्रति आकृष्ट थे. यही कारण था की वह अपने विद्यालय के दिनों में विद्यालय से गायब हो कर अपने गृहनगर में रिलीज़ होने वाली प्रत्येक फिल्म के पहले शो देखा करते थे.
खुखरायण संजीव चड्ढा के पिता श्री राणा प्रताप चड्ढा, पीडब्ल्यूडी में एक जूनियर इंजीनियर के रूप में काम करते थे और उनकी माँ ‘श्रीमती संतोष चड्ढा’ गृहिणी थीं.कुछ माह पहले ही उनकी माता जी का निधन हो गया. सरकारी महकमे में होने के कारण उनके पिता संजीव को बचपन से कंपनी सेक्रेटरी की पढ़ाई करना चाहते थे, लेकिन संजीव चड्ढा को थिएटर और फिल्म में अधिक दिलचस्पी थी.
पिता राणा प्रताप चड्ढा के नोकरी स्थानान्तरण के कारण संजीव की प्रारंभिक शिक्षा रोहतक, हरियाणा के आर्य विद्या मंदिर से चरखी दादरी के डेस पब्लिक स्कूल तक होते हुए विद्यालयों में बदलती रही. किन्तु संजीव का कला, नाटक, संगीत का जूनून कम नहीं हुआ. और उसने स्थानीय शिक्षकों से संगीत सीखना प्रारंभ कर दिया.
पिता के स्थान्तरण के साथ संजीव का परिवार वापिस करनाल लौट आया. संजीव ने करनाल के दयाल सिंह कॉलेज, अपना जूनियर कॉलेज और डीएवी कॉलेज, करनाल में अपनी स्नातक की पढ़ाई पूरी की. कॉलेज के दिनों में ही खुखरायण संजीव चड्ढा ने अभिनय में हिस्सा लेने व नाटकों का निर्देशन करना प्रारंभ कर दिया. संजीव को उनके अभिनय के साथ-साथ निर्देशन में भी बहुत प्रशंसा मिलने लग गई. इसी दौरान एक यूथ ड्रामा फेस्टिवल में जहां 200 कॉलेजों ने भाग लिया था, उसमें वह पहले स्थान पर रहे और उन्हें सर्वश्रेष्ठ निर्देशक का पुरस्कार भी मिला.
पीडब्ल्यूडी में जूनियर इंजीनियर पद से रिटायर होने के बाद संजीव के पिता श्री राणा प्रताप चड्ढा अपने परिवार के साथ यमुनानगर रहने आ गए. यहीं पर संजीव की बहन का विवाह हुआ है. लगभग चार वर्ष पहली संजीव चड्ढा क पिता का स्वर्गवास हो गया.
संजीव चड्ढा ने वाणिज्य शाखा में स्नातक होने के बाद पशु खाद्यान बनाने वाली डालिमा इंडस्ट्रीज में मैनेजर के तौर पर काम करना प्रारंभ किया. लेकिन संजीव को तो फिल्मों का जूनून सवार था, उसने मुंबई का रुख किया. संजीव ने अपने भाई रिश्तेदार के यहाँ रह कर मुंबई में अपना संघर्ष का दौर प्रारंभ किया. संजीव को वर्ष 1994 में महेश भट्ट के सहायक के रूप में मौका मिला और उन्होंने अपनी प्रतिभा को साबित करने में कोई कसर नहीं छोड़ी. संजीव को महेश भट् के साथ शाहरुख खान और पूजा भट्ट अभिनीत फिल्म ‘चाहत’ के लिए काम करने का अवसर मिला.
इसके उपरान्त खुखरायण संजीव चड्ढा को लेखक, निर्देशक रवि राय का साथ मिला. वर्ष 1995 में संजीव ने राजा भेरवानी, रागेश्वरी, किरण कुमार, आलोक नाथ अभिनीत फिल्म ‘दिल कितना नादान है के लिए रवि राय के सहायक के रूप में कार्य किया. यहाँ से संजीव चड्ढा की गाडी चल निकली. संजीव ने कई टेलीविज़न शो जैसे ‘सैलाब, थोड़ा है थोड़े की जरूरत है, टीचर, गोपाल जी, स्पर्श’ के लिए लेखक, निर्देशक रवि राय के सहायक के रूप में कार्य किया.
संजीव बताते हैं कि लेखक, निर्देशक रवि राय की शूटिंग के दौरान एक किरदार के न पहुंचनी पर उन्हें सफा पहनकर सब्जी वाले का किरदार निभाने का भी अनुभव मिला. निर्देशन से हट कर यह अनुभव ही अलग था.
स्वतंत्र रूप से संजीव चड्ढा ने सोनी टीवी पर आने वाले टेलीविजन शो ‘दिल है कि मानता नहीं’ से डेब्यू किया था. उन्होंने बालाजी टेलीफिल्म्स के प्रमुख टेलीविजन शो जैसे ‘कुसुम, कहानी घर घर की, कसौटी जिंदगी की, क्योंकि सांस भी कभी बहू थी, कयामत’ का भी निर्देशन किया. उन्होंने तारक मेहता का उलटा चश्मा वाले असित मोदी द्वारा निर्मित और स्टार पर प्रसारित होने वाले टेलीविजन शो ‘सारथी’ का भी निर्देशन किया. वहीँ संजीव ने यूटीवी के लिए एक अन्य टेलीविजन शो ‘कहता है दिल’ का भी निर्देशन किया. संजीव चड्ढा ने दूरदर्शन के लिए ‘अस्तित्व – एक पहचान, जिंदगी कैसी एक पहेली, प्रकृति, हम हैं ना, दूर किनारे मिलते हैं’ जैसे कुछ प्रसिद्ध टेलीविजन शो का निर्देशन किया . उन्होंने पुरस्कार विजेता टेलीविजन शो ‘कल्पना’ का भी निर्देशन किया है. ‘ बलराज साहनी प्रोडक्शंस के तहत उन्होंने सहारा टीवी के लिए लोकप्रिय टेलीविजन शो ‘हरे कांच की चूड़ियां’ का निर्देशन किया है. कुछ समय तक संजीव ने परीक्षित साहनी के साथ काम करते हुए अपनी पहचान बनाई.
वेब सिरीज़, धारावाहिक से हट कर काम करते हुए संजीव चड्ढा ने वृतचित्र, टीवी विज्ञापन भी बनाए. उन्होंने वर्ष 2006 में यूएसए के पूर्व राष्ट्रपति ‘जिमी कार्टर’ पर एक वृत्तचित्र का निर्माण और निर्देशन किया.। यह वृतचित्र डॉव केमिकल्स के लिए विश्व स्तर पर दिखाया गया था. उन्होंने दूरदर्शन पर स्वास्थ्य, स्वच्छता, सुरक्षित सेक्स, परिवार नियोजन, बाल विवाह और अन्य मुद्दों से संबंधित कई वृत्तचित्र फिल्मों का निर्देशन किया है. संजीव ने न्यूयॉर्क टीवी के लिए ‘न्यूयॉर्क लाइफ इंश्योरेंस कंपनी’ के लिए 9 विज्ञापनों का निर्देशन और निर्माण किया. उन्होंने भारत में हैथवे केबल इंटरनेट के अब तक के पहले विज्ञापन का निर्देशन और निर्माण किया है. उन्होंने एशियन स्काई शॉप के विज्ञापनों का भी निर्देशन किया. उन्होंने 250 से अधिक टेलिशॉपिंग ब्रांड्स के विज्ञापनों का निर्देशन किया है.
वर्ष 2019 में खुखरायण संजीव चड्ढा ने ULLU APP के लिए ‘विजय राज, राज पाल यादव, मुकेश तिवारी, प्रतिमा काज़मी, गणेश आचार्य, राजेश शर्मा, ज़ाकिर हुसैन, कंगना शर्मा’ अभिनीत एक वेब श्रृंखला ‘मोना होम डिलीवरी’ का निर्देशन किया. यह वेब सिरीज़ भी बहुत चर्चित रही है.
यमुना नगर, हरियाणा क खुखरायण संजीव चड्ढा आने वाले दिनों में एक से बढ़कर एक वेब सिरीज़ बना रहे हैं. दिल्ली की लेडी सिंघम कही जाने वाली दबंग पुलिस अधिकारी खुखरायण किरण सेठी पर एक वृतचित्र बनाने का भी उनका मानस है. इस वृतचित्र पर जल्दी कार्य प्रारंभ होगा.

खुखरायण संजीव चड्ढा इन दिनों मुम्बई में अपनी पत्नी मीना चड्ढा व् बेटी समृधि चड्ढा के साथ रहते हैं. उनकी बेटी समृधि चड्ढा भी अब अभिनय में उतर चुकी हैं. समृधि चड्ढा अपने पिता संजीव के निर्देशन में बनने वाली दो वेब सिरीज़ में अभिनय कर रही हैं.
तेजसमाचार से बातचीत के दौरान संजीव चड्ढा ने जानकारी दी कि जी टीवी की सहयोगी डिश टीवी के ओटीटी प्लेटफोर्म पर जल्दी ही उनकी दो नई वेब सिरीज़ प्रदर्शित होने जा रही हैं. गिल हैरी एक ट्रेजिक वेब सिरीज़ है. इसमें जरीना वहाब, अमृता नांगिया, रवि भाटिया, प्रिंस रॉड, व समृधि चड्ढा मुख्य किरदार निभा रहे हैं.
वहीँ दूसरी मनगढ़ंत वेब सिरीज़ में प्रिंस रॉड, राजू खेर, डॉली चावला, रिभु मेहरा, सत्यमवदा सिंह, समृधि चड्ढा, संगीता ओढ्वानी, धर्मेन्द्र गुप्ता, रौनक व् आकिस खान प्रमुख भूमिका निभा रहे हैं.
एक छोटे से कस्बे से निकल कर मुम्बई की ऊँचाइयों में अपनी पहचान बनाने वाले खुखरायण संजीव चड्ढा अपनी जड़ों को नहीं भूलते.