जामनेर (नरेंद्र इंगले). BHR संपत्ति नीलामी मामले मे मुख्य खरीदार के किरदार मे फंसे पूर्व मंत्री तथा भाजपा नेता गिरीश महाजन अपने गृहक्षेत्र से लगातार विपक्ष के निशाने पर आ रहे है. दो दिन पहले पूर्व नगराध्यक्ष पारस ललवाणी की पत्रकार परिषद के बाद महाजन समर्थको ने डिफेंस मोड़ मे आते हुए न्यूज ब्रीफ कर अपना रोल प्ले किया है.
तहसील भाजपा अध्यक्ष चंद्रकांत बाविस्कर ने ललवाणी को विफलता का शिकार बताते कहा कि ललवाणी द्वारा पूर्व मंत्री पर लगाए गए सभी आरोप बेबुनियाद है अगर कोई सबूत हो तो पेश किया जाए. बाविस्कर ने इस ब्रीफ मे ललवाणी को पेशेवर आरोपी दर्शाने के लिए ललवाणी के खिलाफ दायर फौजदारी FIR की कॉपीस को बतौर सबूत मीडिया के सामने पेश किया. फिर पूर्व मंत्रीजी के कार्यकाल मे क्षेत्र और शहर मे किए गए विकासकार्यो का बखान किया.
डॉ. प्रशांत भोंडे ने BOT मार्केट संबंधी तत्कालीन प्रशासनिक खानापूर्ति के बारे मे जानकारी देते हुए इस बात पर जोर दिया कि BOT Market के दुकान आबंटनों का काम किस तरह से पारदर्शी था, लेकिन उन्होंने इसका कोई कागजी प्रमाण पेश नही किया. महेंद्र बाविस्कर ने जामनेर मे हुए बुनियादी विकास कार्यो की सूची प्रस्तुत की. ब्रीफ मे महाजन समर्थको ने ललवाणी द्वारा महाजन पर लगाए गए सभी आरोपो को खारिज करने की ईमानदार कोशिश की.
मंच पर जितेंद्र पाटिल, श्रीराम महाजन, शिवाजी सोनार समेत भाजपा के सदस्य मौजूद रहे. वैसे राजनीतिक तौर पर सार्वजनिक जीवन मे काम करने वाले व्यक्तित्वों पर पुलिस थानो मे FIR दर्ज होना यह टॉपिक पोलिटक्स मे पुराना हो चुका है. FIR सही है या गलत इसकी चिकित्सा करने के लिए न्यायालय है. लेकिन किसी के चरित्र को व्यक्तिगत क्षति पहुचाने के लिए FIR की कॉपीस को मीडिया के माध्यम से जनता के बीच उछालना यह तिलिस्म जामनेर की राजनीति में शायद पहली बार देखा गया होगा.
बहरहाल BHR मामले मे गिरिश महाजन का नाम आने के बाद विपक्ष द्वारा किए जा रहे तबड़तोफ हमलो का जवाब देने के लिए भाजपा ने खुद को डिफेन्स मोड़ मे सेट कर लिया है. इसी बीच लोकतंत्र मे मीडिया होने के नाते मीडिया को अपने निष्पक्ष दायित्व का वहन करने का अवसर मिला है.