बिजली के दरो मे 22 फीसदी बढ़ोतरी के कारण बिलो मे इजाफा ? आम बिजली उपभोक्ता परेशान
जामनेर ( नरेंद्र इंगले ): मार्च से लेकर जुलाई 2020 तक 5 महीने के बिजली के बिल ग्राहको को बोर्ड की ओर से वितरित करना आरंभ हो गया है ! इन पांच महीनो मे कोरोना के कारण अर्थव्यवस्था की स्थिती क्या हुयी है यह सब जानते है ! महाराष्ट्र बिजली बोर्ड ने घरेलू ग्राहको को दुगने तिगने बिल थमा दिए है ! विपक्षी भाजपा ने इस मनमाने बिजली बिलो को लेकर आंदोलन आरंभ किया ! राज्य के ऊर्जा मंत्री नितिन राउत ने आदेश जारी कर कहा है कि ग्राहको की शिकायतो का निपटारा होने तक किसी भी उपभोक्ता का बिजली का कनेक्शन नही काटा जाएगा !
अगस्त के पहले पखवाड़े मे बिजली के संशोधित बिल उपभोक्ताओ तक पहुच जाएगे ! इस संशोधन की खास बात यह है कि बिलो मे भुगतान के बढ़े हुए आंकड़े बदलने की कोई संभावना नही है ! ग्राहको को केवल इतना बताया जाएगा कि बिजली का बिल इतना बढ़कर कैसे आया है ! बोर्ड के जानकारो के मुताबिक बताया गया कि बिजली के दरो मे प्रति यूनिट 22 फीसदी का इजाफा किया गया है ! प्रति यूनिट वहन भार भी बढ़ाया गया है ! मार्च मे किसी ग्राहक का अंतिम यूनिट 3050 है और जुलाई तक वह 1000 यूनिट इस्तेमाल करता है तो निर्धारित दरो के अनुसार अन्य टैक्सेस जोड़कर उसका बिल फ्रेम किया गया है ! बिजली मीटर का रिडिंग आंकलन ठेका निजी कंपनी को दिया गया है ! कोविड के चलते रीडिंग लिया हि नही गया मार्च , अप्रैल , मई महीने के रीडिंग को बोर्ड ने गुणा भाग सिद्धांत के तहत आंक लिया ! गड़बड़ यही हुई है तीन महीने का रीडिंग मनमाने तरीके से आंका गया और 22 फीसदी दर बढ़ोतरी मे जोड़कर ग्राहको को भरकस बिल थमा दिए गए ! इन बिलो की बढ़ोतरी को लेकर बोर्ड का मजेदार तर्क यह है कि तालाबंदी मे सभी लोग घर पर थे इसलिए बिजली का इस्तेमाल अधिक किया गया !
अब इससे पहले भी तो लोग आवश्यकता के अनुसार बिजली का उपयोग कर हि रहे थे फिर तब दुगने तिगने बिल क्यो ? नही आए ! बोर्ड ने ग्राहको को बिजली बिलो का भुगतान तीन किश्तो मे करने की रियायत दी है ! लोगो से यह सवाल पूछा जा रहा है कि क्या वाकई बिजली दरो मे 22 फीसदी तक का इजाफा किया गया है ? अगर हां तो कोरोना के कारण पनपे वित्तीय संकट के बीच इस तरह का कदम क्यो उठाया गया ! राज्य सरकार की आर्थिक स्थिति खराब है इसका मतलब यह नही कि सरकारी तिजोरी भरने के लिए जनता को पिसा जाए ! बगैर रीडिंग गुणा भाग वाले मनमाने बिलो का भुगतान आम लोग करे भी तो कहा से करे ? राज्य के सभी बिजली उपभोक्ताओ की ओर से यह मांग जोर पकड़ने लगी है की मनमाने तरीको से बढ़ाकर आंके गए बिलो को सही ढंग से आंका जाना चाहिए ! बिजली बिलो मे छूट की मांग जोर पकड़ रही है !
30 फीसद छूट ?
सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर खबरे आ रही है कि राज्य सरकार ने बिजली बिलो मे 30 प्रतिशत की छूट घोषित की है ! सरकार की ओर से इस बाबत कोई आधिकारिक बयान नही आया है ! इस लिए सोशल मीडिया की इन खबरो को प्रमाणित नही किया जा सकता ! इस तरह की खबरो को लेकर आम लोगो मे भ्रम की स्थिती बनी है !