तेज समाचार डेस्क
हिन्दी की जानी मानी साहित्यकार नीलम सक्सेना बत्तीसवें काव्य संग्रह “कई बसंत देखे हैं मैंने” का विमोचन जश्न-ए-हिन्द के पेज के माध्यम से ऑनलाइन किया गया. सप्तरिशी प्रकाशन द्वारा प्रकाशित यह जिंदगी के विभिन्न पहलुओं पर लिखी हुई पचास कविताओं का संग्रह है व अमेज़न पर उपलब्ध है. इस अवसर पर लोकप्रिय कवि एवं ग़ज़लकार लक्ष्मी शंकर बाजपाई, जानेमाने साहित्यकार ख़ालिदअल्वी, मशहूर कवि प्रताप सोमवंशी, फिल्म मेकर और टेलीविज़न डायरेक्टर सुशील भारती, कवि एवं अनुवादक टीकमशेखावत एवं डॉ. मृदुला टंडन मौजूद थे. इस विमोचन कार्यकम के पश्चात शकील अहमद ने नीलम के द्वारा लिखा एक गीत भी राग-बद्ध करके पेश किया. इस ऑनलाइन कार्यक्रम से अनेक साहित्य प्रेमी लोग जुड़े. यह नीलम की सत्तावनवीं पुस्तक है.
अनेक पुरस्कारों से सम्मानित
नीलम सक्सेना चंद्रा एक इंजीनियर हैं व पुणे में अपर मंडल रेल प्रबंधक के पद पर कार्यरत हैं. कविताएं एवं कहानियां लिखना आपका शौक है. आपकी 1500 से अधिक रचनाएं विभिन्न राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय पत्रिकाओं में प्रकाशित हो चुकी हैं. बत्तीस काव्य संग्रह के अलावा आपके चार उपन्यास, एक उपन्यासिका,छह कहानी संग्रह व तेरह बच्चों की पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं. आपको विभिन्न पुरस्कारों से सुशोभित किया गया है, जैसे अमेरिकन एम्बेसी द्वारा आयोजित काव्य प्रतियोगिता में गुलज़ार द्वारा पुरस्कार, रबिन्द्रनाथ टैगोर अंतर्राष्ट्रीय काव्य पुरस्कार 2014, रेल मंत्रालय द्वारा प्रेमचंद पुरस्कार, चिल्ड्रेन ट्रस्ट द्वारा पुरस्कार, पोएट्री सोसाइटी ऑफ़ इंडिया द्वारा काव्य प्रतियोगिता 2017 में द्वितीय पुरस्कार, महाराष्ट्र राज्य हिंदी साहित्य अकादमी द्वारा सोहन लाल द्विवेदी पुरस्कार, ह्यूमैनिटी अन्तराष्ट्रीय वीमेन एचीवर अवार्ड 2018, भारत निर्माण लिटरेरी अवार्ड पुरस्कार इत्यादि. इनके द्वारा लिखे गीत ‘मेरे साजन सुन सुन’ को रेडियो सिटी द्वारा फ़्रीडम पुरस्कार इत्यादि.
लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में नाम दर्ज
आपके कार्य को सराहते हुए एक वर्ष में सबसे अधिक पुस्तक प्रकाशन हेतु लिम्का बुक ऑफ़ रिकॉर्ड द्वारा इन्हें मान्यता मिली है. नीलम को फ़ोर्ब्स मैगज़ीन द्वारा 2014 के देश के अठहत्तर प्रख्यात लेखकों में नामित किया गया है.