कोलकाता ( तेजसमाचार डेस्क ) – पूर्व लोकसभा अध्यक्ष व माकपा के पूर्व नेता सोमनाथ चटर्जी का सोमवार सुबह निधन हो गया. वे 89 साल के थे. उन्हें किडनी की बीमारी के बाद 9 अगस्त को कोलकाता के अस्पताल में भर्ती किया गया था. डॉक्टरों के मुताबिक, रविवार सुबह डायलिसिस के दौरान चटर्जी को हार्ट अटैक आया था. उनका स्वास्थ्य कुछ महीनों से ठीक नहीं था. जुलाई में भी उन्हें हेमोरेजिक स्ट्रोक के बाद निजी अस्पताल लाया गया था. तब उनका 40 दिन तक इलाज चला था. 6 अगस्त को ही अस्पताल से छुट्टी मिली थी.
सोमनाथ चटर्जी का जन्म 25 जुलाई 1929 को बंगाली ब्राह्मण निर्मलचन्द्र चटर्जी और वीणापाणि देवी के घर में असम के तेजपुर में हुआ था. उनके पिता एक वकील और राष्ट्रवादी हिन्दू जागृति के समर्थक थे. उनके पिता अखिल भारतीय हिन्दू महासभा के संस्थापकों में से एक थे.
माकपा के पूर्व नेता सोमनाथ चटर्जी 10 बार लोकसभा के सांसद रहे थे. वह पश्चिम बंगाल के बर्धमान, जादवपुर और बोलपुर से लोकसभा सांसद रह चुके थे. उन्हें 1996 में सर्वश्रेष्ठ सांसद का पुरस्कार मिल चुका है. कांग्रेस की अगुवाई वाली यूपीए-1 सरकार में 2004 से 2009 तक लोकसभा के अध्यक्ष रहे. 2008 के मध्य में माकपा ने यूपीए सरकार से समर्थन वापस ले लिया था. पार्टी ने अपने सांसदों की सूची में चटर्जी का नाम भी शामिल किया था, जबकि वे लोकसभा अध्यक्ष जैसे निष्पक्षता वाले पद पर थे. पार्टी ने उनसे इस पद से इस्तीफा देने को कहा, ताकि वे सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव के दौरान वोट डाल सकें. चटर्जी ने इनकार कर दिया और लोकसभा अध्यक्ष पद पर बने रहे. वोटिंग के बाद सरकार नहीं गिरी तो 23 जुलाई 2008 को चटर्जी को माकपा से निष्कासित कर दिया गया था. हालांकि, 1984 में जादवपुर में ममता बनर्जी से उन्हें करारी हार का सामना करना पड़ा था.
सोमनाथ चटर्जी के निधन पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने शोक जताया है.