पिंपरी (तेज समाचार डेस्क). 20 किलो एमडी (मेफेड्रॉन) ड्रग्ज के मामले में पिंपरी चिंचवड पुलिस ने एक और आरोपी को गिरफ्तार किया है. ललित अनिल पाटिल (32, स्पेस ओरियन सोसाईटी, नासिक रोड, नासिक) नामक इस आरोपी को नासिक से गिरफ्तार करने के साथ ही उसके पास से 25 लाख रुपए की नकदी बरामद की गई है. इसके बाद इस मामले में किये गए आरोपियों की संख्या 21 हो गई है. बहरहाल इस मामले के आरोपियों को जल्द से जल्द और कड़ी से कड़ी सजा मिले इस लिहाज से मशहूर सरकारी वकील एड. शिशिर हिरे की बतौर विशेष सरकारी वकील के नियुक्ति किये जाने की जानकारी पिंपरी चिंचवड़ के पुलिस आयुक्त कृष्णप्रकाश ने सोमवार को एक संवाददाता सम्मेलन में दी.
– 7 अक्टूबर को पकड़ी गई थी 20 किलो ड्रग्स
पिंपरी चिंचवड पुलिस के नशीले पदार्थ विरोधी दस्ते के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक श्रीराम पौल की टीम ने 7 अक्टूबर को चाकण में 20 किलो मेफेड्रोन ड्रग्ज पकड़ी थी. इस मामले में पहले पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया गया. इसकी छानबीन में मामले के तार मुंबई से गुजरात तक जुड़ते गए और एक-एक कर अब तक कुल 21 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया. आरोपियों ने जहां ड्रग्ज बनाई थी उन कंपनियों को सील की गई.
– बॉलीबुड तक फैले हो सकते हैं तार
इस मामले की तार बॉलीवुड तक पहुंचने के आसार नजर आ रहे हैं. इस बीच पुलिस ने इस मामले में नासिक से ललित पाटिल नामक आरोपी को धरदबोचा. उसके पास से 25 लाख की नकदी बरामद की गई जो उसे मुकदमे और वकील की फीस आदि के खर्च के तौर पर इस मामले में पहले गिरफ्तार किए गए अरविंदकुमार लोहकरे, अफजल हुसैन अब्बास सुनसरा और मनोज पालांडे ने 65 लाख रुपए के बचे हुए हिस्से के तौर पर दिए थे.
– किसी भी आरोपी को जमानत नहीं
इस पूरे मामले की कार्रवाई की क्राइम ब्रांच के नशीले पदार्थ विरोधी दस्ते के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक श्रीराम पौल और हिंजवड़ी थाने के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक बालकृष्ण सावंत और उनकी टीमों ने अंजाम दिया है. आयुक्त कृष्णप्रकाश ने बताया कि अब तक इस मामले में किसी भी आरोपी की जमानत नहीं हुई है. उन्हें जल्द से जल्द और कड़ी से कड़ी सजा मिले इसके लिए इस मामले की अदालती कार्यवाही के लिए राज्य सरकार के गृह और विधि विभाग ने एड शिशिर हिरे की बतौर विशेष सरकारी वकील के नियुक्ति की है. 2001 में मालेगांव दंगे की जांच के लिए गठित आयोग में भी उनका समावेश किया गया था. उस दौरान उनकी दलीलों को काफी सराहा गया. 2013 के धुले दंगे की जांच आयोग में भी उनकी नियुक्ति की गई थी. नशीले पदार्थ विरोधी मुकदमों में उनकी दलीलों को भी काफी सराहा गया. नासिक में जन्मे एड हिरे महाराष्ट्र के युवा सरकारी वकील के रूप में परिचित हैं.