इंदौर (तेज समाचार डेस्क). शनिवार को मनाली जाते समय दो गुमशुदा नाबालिग बच्चों को पुलिस ने अपनी कस्टडी में लेकर इंदौर उनके माता-पिता के हवाले कर दिया था। लेकिन इस मामले की जांच ने इस घटना को संगीन बना दिया है। जांच के दौरान पता चला कि, 17 वर्षीय नाबालिग ने अपनी ही नाबालिग दोस्त का अपरहण कर उसे अपने साथ भगा ले गया था। दरअसल, 12 जुलाई को एक 13 वर्षीय 9वीं की नाबालिग छात्रा को 12वीं में पढ़ने वाले 17 वर्षीय नाबालिग छात्र अपने साथ ले गया था . इसके बाद लड़के की गुमशुदगी का मामला तुकोगंज थाना और मासूम बेटी की गुमशुदगी का मामला एमआईजी पुलिस के पास आया था. लेकिन जब पुलिस ने तफ्तीश की तो मामला अपहरण का निकला. उसके बाद पुलिस ने गुमशुदगी के मामले को अपहरण की धाराओं में तब्दील कर दिया है.
अपनी मर्जी से नहीं गई थी छात्रा
दरअसल, सत्यसांई स्कूल में पढ़ने वाली 13 साल की मासूम ने जब परिजनों को अपने गुम होने की कहानी बताई तो सबके होंश उड़ गए क्योंकि गुम हुई बेटी ने परिजनों को बताया कि उसका अपहरण किया गया था ना कि वो अपनी मर्जी से नाबालिग छात्र के साथ गई थी. इधर, एमआईजी पुलिस ने नाबालिग छात्र पर अपहरण की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है. पुलिस द्वारा मामला दर्ज होने के बाद गुमशुदगी का मामला अब अपहरण जैसे संगीन अपराध में तब्दील हो गया है.
लड़के ने खर्चा चलाने के लिए मोबाइल और लेपटॉप बेचा
मासूम बेटी के पिता ने बताया कि उनकी बेटी को उस लड़के ने उसी के स्कूल का स्टूडेंट्स बताकर दोस्ती बढ़ाई और घटना वाले दिन वो घर के पिछले दरवाजे से 5 मिनट का काम बोलकर ले गया. इसके बाद आरोपी छात्र ने उनकी बेटी को रिक्शा में बिठाकर खुद का व उनकी बेटी का मोबाइल बन्द कर दिया. मासूम बेटी ने परिवार को बताया कि देवास में पैसे न होने के चलते छात्र ने सिम निकालकर उसका मोबाइल बेच दिया. मासूम के पिता के अनुसार इसके बाद छात्र उनकी बेटी को उज्जैन ले गया जहां से वो जयपुर पहुंचे और वहां छात्र ने अपना लेपटॉप बेचा इसके बाद दिल्ली पहुंचकर उनकी बेटी को छात्र ने धमकाते हुए कहा कि अपने परिजनों को फोन लगाकर बोलो की मैं अपनी मर्जी से उसके साथ आई हूं.
छात्र पर अपहरण का मामला दर्ज
इधर, इस बीच पुलिस की इन्वेस्टिगेशन जारी थी और पुलिस लोकेशन ट्रेस कर बेटी के परिजनों के साथ दोनों का पीछा कर रही थी. आख़िरकार जब वो चंडीगढ़ के करीब थे तब पुलिस उनके पास पहुंची और पकड़कर बेटी को उनके परिजनो को सौंप दिया. बेटी के पिता की माने तो छात्र का चरित्र ठीक नही है और सम्भवतः उसके माता पिता या कोई अन्य इस योजना में शामिल होगा. हालांकि अब मासूम के परिजन इस बात का शुक्र मना रहे है कि उनकी बेटी सही सलामत उनके पास पहुंच गई है. एमआईजी थाना प्रभारी विनोद दीक्षित ने बताया कि आरोपी नाबालिग छात्र पर अपहरण का प्रकरण दर्ज कर लिया गया है और उस पर कानूनी प्रक्रिया के तहत कार्रवाई की जाएगी.