धुलिया (वाहीद काकर). बुधवार को बहुजन क्रांति मोर्चा द्वारा सीएए के विरोध में बुलाए गए कथित भारत बंद के दौरान आंदोलन की आड़ में उपद्रवियों ने शहर में जम कर उपद्रव मचाया. कई वाहनों को आग लगा दी गई, तो कहीं पुलिस वाहन पर पथराव किया. कथित आंदोलनकारी उपद्रवियों के इस व्यवहार से शहर के नागरिकों में दहशत का वातावरण छाया रहा. लोगों ने समर्थन में नहीं बल्कि दहशत में दुकानें बंद रखी. बंद के दौरान कई लोगों को जरूरत की वस्तुए उपलब्ध नहीं हो सकी.
– पुलिस ने किया हल्का लाठी चार्ज
बहुजन क्रांति मोर्चा के भारत बंद के दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों में झड़पें हुई. उपद्रवियों ने पुलिस के वाहन पर पथराव किया, वही मोटरसाइकिलों को आग लगाई गई. पथराव और आगजनी पर उतारू उपद्रवियों को रोकने पुलिस ने हल्का बल का प्रयोग करते हुए लाठीचार्ज कर हवा में आँसू गैस के गोले दागे. खबर लिखे जाने तक शहर में तनावपूर्ण वातावरण था.
– उपद्रवियों ने वाहन जलाए, पथराव किया
नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) राष्ट्रीय नागरिकत्व पंजीकरण (एनआरसी) व ईव्हीएम के विरोध मे भारत बंद पुकारा गया था. धुलिया के तीन स्थानों पर प्रदर्शनकारियों ने उत्पात मचाते वाहनों में आग लगा दी और पुलिस ने हस्तक्षेप किया तो उन्होंने पथरजनी की वारदात और आगजनी की जिसमे डीवायएसपी सिटी सचिन हिरे के वाहन की तोड़फोड़ की वही पर कुछ आंदोलनकारियों ने अधीक्षक विश्वास पांढरे के वाहन का घेराव किया हैं.
– एसटी बसों पर पथराव, चक्का जाम
भारत बंद के दौरान प्रदर्शनकारियों ने राज्य निगम के एसटी बसों को निशाना बनाया धुलिया और शिरपुर में दो -दो बसों की तोड़फोड़ की गई. इसी तरह से साक्री रोड भीमनगर समीप मार्ग पर दुकानों को बंद कराने आंदोलन कर्ताओं ने छुटपुट पथराव किया सड़कों पर टायर जलाए हैं. बंद का व्यापक असर अस्सी फिट रोड ,सौ फीट रोड और चालीस गाँव रोड़ चौराहे पर दिखाई दिया. मुस्लिम समुदाय ने शत प्रतिशत बंद में सहभागिता दर्ज कराई. इस दौरान 40 गांव रोड को बंद कराने सड़क पर आंदोलनकारीयों ने मार्ग पर मिट्टी डाल कर सड़क जाम लगाने की कोशिश की जिसमें पुलिस और आंदोलनकारी आमने-सामने हो गए देखते ही देखते पत्थरबाजी होने लगी. पुलिस ने उतपातियो को भगाने के लिए लाठीचार्ज कर दिया और आंदोलनकारियों की दिशा में आँसू गैस के गोले दागे जिसके बाद नगर में अघोषित संचार बंदी लग गई।